उत्तराखंड,हिमाचल प्रदेश में फटे बादल, कई लापता, स्कूल-कॉलेज बंद

चारधाम गए 200 यात्री फंसे… रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

हिमाचल प्रदेश में बारिश ने तबाही मचाई हुई है। शिमला के रामपुर, मंडी और कुल्लू के मलाणा में बादल फटे हैं। बादल फटने से भारी तबाही मची है। कई मकान, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। तीनों जगह पर 25 से ज्यादा लोग लापता हो गए हैं। मंडी में एक शव मिला है। 35 लोग सुरक्षित हैं। बादल फटने की घटना के बाद मंडी में पधर के सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान आज बंद कर दिए गए हैं। डीसी ने आदेश जारी किए हैं।मंडी के थलटूखोड़ में आधी रात बादल फटने से तबाही मच गई। मकान ढहने की सूचना है। सड़क कनेक्टिविटी भी ठप हो गई है। मौके के लिए एसडीआरएफ समेत अन्य टीमें रवाना हो गई हैं। थलटूखोड़ पंचायत प्रधान कली राम ने बताया कि तेरंग और राजबन गांव में बादल फटने की घटना हुई है। घटना में कई लोग लापता है। तीन घर बहने की सूचना है। वहीं चारधाम यात्रा पर केदारनाथ धाम गए करीब 200 यात्री फंस गए. इनको निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. टिहरी में होटल बहने से उसके मालिक भानु प्रसाद (50), उनकी पत्नी नीलम देवी (45) और बेटे विपिन (28) लापता हो गए. रेस्क्यू के दौरान भानु और उनकी पत्नी नीलम का शव घटनास्थल से 100 मीटर दूरी पर बरामद कर लिया गया. वहीं, बेटा अभी भी लापता है.

बारिश के बाद पहाड़ी नदियों का जलस्तर बढ़ा

तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश से कई पहाड़ी नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है. केदारनाथ धाम की बात करें तो भारी बारिश के कारण भीमबली में एमआरपी के पास 20 से 25 मीटर पैदल रास्ता क्षतिग्रस्त हो गया है. रास्ते में बड़े-बड़े बोल्डर आ गए हैं. 200 यात्रियों को भीमबली GMVN में सुरक्षित रोका गया है. वहीं मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने के करण मंदिर को पूरी तरह से खाली करवा दिया गया है. वहीं सोनप्रयाग में नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पार्किंग खाली करा दी गई है. यहां कोई जनहानि नहीं हुई है.

CM धामी ने आपदा सचिव से ली जानकारी

बादल फटने और भारी बारिश के बीच हो रही घटनाओं से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी एक्टिव हो गए. सीएम धामी ने खुद प्रदेश भर के संवेदनशील क्षेत्रों की मॉनिटरिंग की. CM धामी ने देर रात सचिव आपदा से भी जानकारी ली. वहीं उत्तराखंड DGP अभिनव कुमार की तरफ से एक लेटर जारी कर अपील की गई कि मौसम विभाग ने उत्तराखंड के अधिकांश जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. आपसे अनुरोध है कि कृपया सावधानी बरतें और कुछ विराम के बाद ही अपनी यात्रा शुरू करें. सुरक्षित स्थानों पर ही रुकें और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें. आप लोग निरंतर मौसम की सूचना चेक करते रहें और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें.

उत्तराखंड के इन जिलों में बारिश का रेड अलर्ट

वहीं उत्तराखंड क्षेत्रीय मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए राज्य के सात जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. यह अलर्ट बीते मंगलवार रात से ही था. मौसम विभाग की तरफ से अलर्ट जारी करते हुए बताया गया कि देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, हरिद्वार, उधम सिंह नगर और चंपावत जिलों के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी होने की संभावान है. पहाड़ी इलाकों में रह रहे लोग अभी से सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं.

डीसी अपूर्व देवगन और रेस्क्यू टीमें पैदल ही प्रभावित क्षेत्र के लिए जा रही हैं। मौके पर मौजूद स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हैं। सड़कें और रास्ते टूटने के कारण घटनास्थल तक पहुंचने में दिक्कत आ रही है। राजधानी शिमला में बादल फटने से तबाही मच गई। कई मकान, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कई लोगों के लापता होने की खबर है। राहत एवं बचाव कार्य चलाया गया है। मौके के लिए एसडीआरएफ की टीम रवाना हो गई है।  शिमला के रामपुर इलाके में बादल फटा है। इससे भारी नुकसान हुआ है। 19 लोगों के लापता होने की खबर सामने आ रही है। रामपुर इलाके के झाकड़ी में समेज खड्ड में हाइड्रो प्रोजेक्ट के नजदीक बादल फटने की सूचना मिली है। गुरुवार सुबह तड़के बादल फटा है। घटना स्थल के लिए उपायुक्त अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी भी रवाना हो गए हैं। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही एनडीएसआरएफ की टीम, पुलिस, रेस्क्यू दल घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र से 19 लोगों के लापता होने की जानकारी है। एसडीएम रामपुर निशांत तोमर घटना स्थल पर पहुंच रहें है। सड़क कई जगह बंद होने के कारण टीम दो किलोमीटर पैदल ही घटना स्थल पर  पहुंचने के लिए प्रयास कर रही है। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि आईटीबीपी, स्पेशल होम गार्ड की टुकड़ी को भी रेस्क्यू दल में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू कार्यों में सारी टीमें एक जुट होकर कार्य कर रही हैं। एंबुलेंस  सहित सभी आधारभूत सुविधाएं रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल की गई है।  कुल्लू जिले के मलाणा नाले में भारी बारिश के दौरान बादल फटने से मलाणा वन और मलाणा टू पावर प्रोजेक्ट को भारी क्षति पहुंची है। भारी बारिश के बाद पार्वती नदी का भी जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बढ़ गया है। जिया, भुंतर सहित नदी तट पर लगते तमाम क्षेत्रों से लोगों को अपने घर खाली कर सुरक्षित जगह जाने की अपील की गई है। इसके साथ-साथ ही व्यास और तीर्थन नदियों में भी जलस्तर बढ़ा हुआ है। सभी से नदी नालों से सुरक्षित स्थानों पर रहने के लिए अपील की गई है। कुल्लू जिले के निरमंड इलाके के बागीपुल में 8-10 मकान बह गए हैं। जिसमें पटवार खाना, होटल, दुकानें भी शामिल हैं। बागीपुल में सात से दस लोगों के लापता होने की सूचना है। इसमें एक ही परिवार के सात लोग लापता बताए जा रहे हैं। तहसीलदार मौके पर हैं। कोयल खड्ड तक सर्च अभियान शुरू किया जा रहा है। निरमंड में कई पुल बह गए हैं, अधिकतर सड़कें बंद हैं। बागीपुल में बस स्टैंड का नामोनिशान मिट गया है। 15 गाड़ियां पानी में बह गई हैं।

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