महाकुंभ: क्या बाहर से किसी ने लगाई आग? गीता प्रेस ट्रस्टी का अलग ही दावा

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इन दिनों भव्य महाकुंभ मेला चल रहा है. देश-विदेश से करोड़ की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं. हालांकि, रविवार को महाकुंभ मेले में आग लगने से हड़कंप मच गया. मेले में सभी कुछ एक दम ठीक चला रहा था कि इस दौरान प्रशासन को सूचना मिली कि मेला क्षेत्र के सेक्टर-19 में आग गई है. आग दोपहर करीब चार बजे गीता प्रेस गोरखपुर के शिविर में लगी थी, जिसमें जलकर करीब 180 कॉटेज खाक हो गए हैं. रविवार दोपहर चार बजे महाकुंभ मेले में आग लगने से हड़कंप मच गया. यह आग गीता प्रेस गोरखपुर शिविर में लगी थी. पहले आग पुआल में लगी थी, जिसके बाद गैस सिलेंडर फटने से आग ने विकराल रूप ले लिया है. देखते ही देखते आग की चपेट में आने से बांस-फूस के बने लगभग 180 कॉटेज जलकर राख हो गए. पांच बाइकें और पांच लाख रुपये कैश भी आग की भेंट चढ़ गए.दुर्घटना के दौरान कॉटेज में रखे 10 से ज्यादा एलपीजी सिलेंडरों में धमाके हुए, लेकिन गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई. हालांकि, आग की चपेट में आने से हरियाणा और सिलीगुड़ी के दो लोग झुलस गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना को लेकर गीता प्रेस के ट्रस्टी कृष्ण कुमार खेमका ने बताया कि लगभग 180 कॉटेज बनाए गए थे, और उन्हें बड़ी सावधानी से तैयार किया गया था. सभी को आग से संबंधित काम करने से मना किया गया था.

करोड़ों का हुआ नुकसान

कृष्ण कुमार खेमका ने कहा “हमने जहां सीमा बनाई थी, उस पार सर्कुलेटिव एरिया घोषित किया गया था. मुझे नहीं पता प्रशासन ने उस जगह को किसे दिया. वहीं से आग की कोई चीज हमारे तरफ आई और आग फैल गई”. उन्होंने यह भी बताया कि उनकी रसोई टीन शेड की थी, लेकिन पक्की थी. हालांकि, अब उनका कुछ भी नहीं बचा, सब कुछ खत्म हो गया. आग से करोड़ों का माल जलकर खाक हो गया है, लेकिन गनीमत यह है कि कोई भी जनहानि नहीं हुई है. उन्होंने बताया, ‘जहां हमने बाउंड्री लगाई है, पश्चिम की ओर, उस तरफ सर्कुलेटिंग एरिया घोषित किया गया था जहां लोग गंगा नहाएंगे, उस तरफ से अग्नि की कोई चीज हमारी तरफ आई और फिर चिंगारी ने धीरे-धीरे बड़ी आग का रूप ले लिया और हमारे सारे कैंप खत्म हो गए, कुछ भी नहीं बचा। भगवान की कृपा से कोई जनहानि नहीं हुई, करोड़ों का माल खत्म हो गया।’

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