प्रयागराज में महाकुंभ का दिव्य और भव्य आयोजन, मकर संक्रांति पर पहला अमृत स्नान जारी

महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है। संगम पर डुबकी के लिए कड़ाके की ठंड की चिंता किए बिना देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। विदेशी भक्त भी महाकुंभ पहुंच रहे हैं। कुंभ मेला क्षेत्र दिव्य सजावट और भव्य तैयारियों से जगमगा उठा है। चारों ओर आध्यात्मिकता का प्रकाश और धर्म की गूंज है। आज मकर संक्रांति पर्व पर अखाड़ों का अमृत स्नान करीब साढ़े नौ घंटे तक चलेगा। शिविर से निकलने और वापस आने में 12 घंटे से भी अधिक समय लगेगा।

 महाकुंभनगर। तीर्थराज में महाकुंभ के महास्नान को उमड़ा देश-दुनिया का जन ज्वार -जीवनदायिनी गंगा, श्यामल यमुना व पौराणिक सरस्वती के पावन संगम में महाकुंभ के प्रथम अमृत स्नान पर्व पर पुण्य की डुबकी लगाने के लिए देश-दुनिया का जन समुद्र उमड़ पड़ा है। पौष पूर्णिमा स्नान पर्व के बाद अब मंगलवार को महाकुंभ का महास्नान शुरू हो चुका है। महाकुंभ मेला प्रशासन की तरफ से पूर्व की मान्यताओं का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। महानिर्वाणी अखाड़े के अमृत साधु-संत स्नान के लिए जा रहे हैं। नियमों का अनुशरण करते हुए सनातन धर्म के 13 अखाड़ों को अमृत स्नान में स्नान क्रम भी जारी किया गया है।मकर संक्रांति पर श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी ने सबसे पहले अमृत स्नान किया। जिसके साथ श्रीशंभू पंचायती अटल अखाड़ा ने अमृत स्नान किया। दूसरे स्थान पर श्रीतपोनिधि पंचायती श्रीनिरंजनी अखाड़ा एवं श्रीपंचायती अखाड़ा आनंद अमृत स्नान किया।

ढाई करोड़ श्रद्धालु कर सकते हैं स्नान

मेला प्रशासन का अनुमान है कि पहले राजसी स्नान पर्व पर ढाई करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में पुण्य की डुबकी लगाएंगे। संगम तट पर मकर स्नान के लिए घाटों पर श्रद्धालु पहुंच चुके थे। भीड़ प्रबंधन के चलते छह से सात किमी पहले ही वाहनों को रोक दिए जाने की वजह से सड़कें हर तरफ पैदल पथ में तब्दील हो गईं थीं। सिर पर गठरी, कंधे पर झोला, हाथों में बच्चों और महिलाओं का हाथ थामे लोग संगम तट की ओर लंबे डग भरते रहे। फाफामऊ से अरैल के बीच दोनों तटों पर बने 44 स्नान घाटों पर बिछे पुआल पर दूर-दराज से आए श्रद्धालु स्नान की प्रतीक्षा कर रहे थे।

 

आचार्य मंडलेश्वर बालकानंद अमृत स्नान का नेतृत्व करते हुए

आनंद अखाड़ा के आचार्य मंडलेश्वर बालकानंद जी महाराज मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर पहले अमृत स्नान का नेतृत्व करते हुए.

महानिर्वाण अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञान पुरी ने किया अमृत स्नान

मकर संक्रांति पर अमृत स्नान करने के बाद महानिर्वाण अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञान पुरी ने कहा कि यहां बहुत भीड़ है, लेकिन सब कुछ जिस तरह से प्रवाहित होता है, वह अद्भुत है। हर कोई पवित्र स्नान के लिए जगह ढूंढ़ लेता है। मुझे लगता है कि यह सब यहीं देखना संभव है।

 पीएम मोदी और सीएम योगी दोनों धर्मात्मा: स्वामी कैलाशानंद

स्वामी कैलाशानंद गिरि ने कहा कि हमारा निरंजनी अखाड़ा राजसी शाही (अमृत) स्नान की तैयारी कर रहा है. यह कुछ ऐसा है जो देवताओं के लिए भी दुर्लभ है. आज, लगभग 3-4 करोड़ लोग पवित्र स्नान करेंगे. केंद्र और राज्य दोनों सरकार ने प्रशंसनीय कार्य किया है. मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री मोदी को भी धन्यवाद देता हूं, जो मेरे प्रिय हैं और दोनों धर्मात्मा हैं. एप्पल के पूर्व सीईओ स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स के बारे में उनका कहना है, वह मेरे ‘शिविर’ में हैं. वह कभी भी इतनी भीड़-भाड़ वाली जगह पर नहीं गई हैं. उन्हें कुछ एलर्जी है. वह बहुत सरल हैं. वे सभी लोग जिन्होंने कभी हमारी परंपरा नहीं देखी. वे सभी हमसे जुड़ना चाहते हैं.

 

‘सभी अखाड़े अमृत स्नान के लिए आगे बढ़ रहे’

मकर संक्रांति के पहले अमृत स्नान के दिन एसएसपी कुंभ मेला राजेश द्विवेदी ने कहा, “सभी अखाड़े अमृत स्नान के लिए आगे बढ़ रहे हैं। स्नान क्षेत्र तक जाने वाले अखाड़ा मार्ग पर पुलिस के जवान तैनात हैं। अखाड़ों के साथ पुलिस, पीएसी, घुड़सवार पुलिस और अर्धसैनिक बल भी मौजूद हैं।”

महानिर्वाणी पंचायती अखाड़े के संतों ने लगाई पवित्र डुबकी

महानिर्वाणी पंचायती अखाड़े के साधुओं ने मकरसंक्रांति पर त्रिवेणी संगम पर महाकुंभ 2025 के पहले अमृत स्नान की शुरुआत करते हुए पवित्र डुबकी लगाई।

इटली से कुंभ मेले में आकर बहुत खुश हूं: श्रद्धालु

इटली के मिलान के एक श्रद्धालु ने कहा कि मैं भारत में आकर बहुत खुश हूं क्योंकि मुझे भारत से प्यार है. मैं कुंभ मेले में आकर बहुत खुश हूं. यह मेरे लिए भारत में छठी बार है. मुझे बिंदी बहुत पसंद है.

सीएम योगी ने मकर संक्रांति पर गोरखनाथ मंदिर में चढ़ाई खिचड़ी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मकर संक्रांति के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में प्रसाद के रूप में खिचड़ी चढ़ाते हैं. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं मकर संक्रांति के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देता हूं – यह भगवान सूर्य के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का त्योहार और उत्सव है. सनातन धर्म के अनुयायी इस त्योहार को देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग नामों से मनाते हैं. आज महाकुंभ के पहले अमृत स्नान का दिन है, देश और दुनिया में महाकुंभ के प्रति आकर्षण देखना अविश्वसनीय है, कल लगभग 1.75 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाई.

 

 

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