बैठक में जैविक खेती पर दिया जोर
खेती के क्षेत्रफल की प्रमाणित जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी की अध्यक्षता में नमामि गंगे जैविक खेती योजना के संबंध में जिला समन्वयक यूपीडास्य के सौजन्य से बैठक का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री स्थलों पर छापेमारी के निर्देश दिये। सोन पापड़ी व मावा पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। फर्जी मुकदमा लिखवाने वाले लोगों की सूची बनाने के निर्देश दिये। जिन मुकदमों में तनिक भी गुंजाशि हो वह सरकारी वकील द्वारा अपील की प्रक्रिया आगे बढ़ाये। नमामि गंगे के अन्तर्गत तीन वर्षीय जैविक खेती के अन्तर्गत द्वितीय चरण की कृषि विविधीकरण परियोजना जारी हो। १५ हेक्टेयर में खेती की जा रही है। जिला अधिकारी ने खेती के क्षेत्रफल की प्रमाणित जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देष दिये। मुख्य सचिव के निर्देशन में कृषि कार्य जारी है। योजना के अन्तर्गत कृषकों को जैविक प्रशिक्षण दिलवाया गया। कृषि विशेषज्ञ द्वारा कृषकों को जैविक निवेश, जैविक किट रोग प्रबंधन, सुखखा किसानों की लागत कैसे कम की जा सकती है आदि विषयों पर जानकारी दी गई। जैविक खेती में आलू, गेहूं आदि की फसल की जाती है। सब्जियों में टमाटर, गाजर व सकरकंद आदि उगाये जाते है। शत-प्रतिशत जीओ टैगिंग करायी गई है। कमालगंज में प्याज की बढिय़ा फसल उगाई गयी है। बैठक में संबंधित सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
खाद्य पदार्थों की बिक्री स्थलों पर छापेमारी के डीएम ने दिये निर्देश
