मिर्जापुर। गांजा पीने के लिए पैसे नहीं देने पर तालर गांव में पाही पर मड़हा बनाकर रह रहे दादा-दादी पर नाबालिग पौत्र ने फावड़े से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद पौत्र ने अपने सिर पर भी फावड़ा मारकर ब्लेड से गला काट लिया। जानकारी होने पर परिजन पहुंचे तब तक दादा-दादी की मौत हो गई। घायल आरोपी पौत्र को इलाज के लिए सीएचसी पहुंचाया गया। जहां से उसे डॉक्टरों ने रेफर कर दिया। तालर गांव निवासी नरसिंह कोल के पिता पितांबर (85) व मां हीरावती (80) पिछले 10 साल से घर से डेढ़ किमी दूर जंगल की ओर पाही पर मड़हा बनाकर रह रहे थे। दोनों खेत की रखवाली करते थे। नरसिंह कोल का सबसे छोटा पुत्र 15 वर्षीय छोटू शनिवार को शाम को पाही पर दादा-दादी के पास पहुंचा। वहां वह गांजा पीने के लिए पैले मांगने लगा और काटने व मारने की बात कहने लगा। यह सुनकर पड़ोस के एक लड़के ने छोटू के घर पर जाकर उसके पिता नरसिंह को इसकी जानकारी दी। उधर छाेटू ने मड़हे के अंदर सरिया से दादा पितांबर पर हमला कर दिया। इसके बाद फावड़े से उनके गले पर वार किया। गला कटने से लहूलुहान होकर दादा गिर गए तो उनके सिर पर फावड़े से मारा। बचाव करने दादी हीरावती आईं तो उनके भी सिर पर फावड़े से हमला किया। घर में चावल बिखेर कर दरवाजा बंद कर बाहर आ गया। इसके बाद उसने अपने सिर पर फावड़े से वार कर ब्लेड से गला काट लिया। उसी दौरान उसके पिता नरसिंह परिवार और ग्रामीणों के साथ पहुंच गए। नरसिंह ने दरवाजा खोलकर देखा तो माता-पिता मृत अवस्था में पड़े थे। दोनों के शवों को बाहर निकाला गया। मड़हे में खून फैला था। घायल छोटू को इलाज के लिए सीएचसी राजगढ़ पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे ट्रॉमा सेंटर मिर्जापुर रेफर कर दिया।
कुछ महीने पहले ही मानसिक रूप से हुआ बीमार
पिता नरसिंह के बताया कि पिछले कुछ माह से छोटू कोल मानसिक रूप से बीमार चल रहा है। उसका इलाज अस्पताल से कराया जा रहा है। कभी कभी वह आक्रोशित होकर घर में मारपीट कर लेता है। ठीक-ठाक हो गया था, लेकिन कैसे उसने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया किसी को पता नहीं है।
देर रात पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल पर पहुंचकर की छानबीन
पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन ओपी सिंह सहित अन्य पुलिस कर्मियों के साथ पहुुंचकर घटना की छानबीन की। उन्होंने मृतक पीतांबर के बेटे नरसिंह कोल से घटना की जानकारी ली। साथ ही गांव के प्रधान व अन्य लोगों से भी पूछताछ की। कहा कि यह दुखद घटना है ऐसा नहीं होना चाहिए।