समवेत संस्था की बैठक में साहित्यिक व सांस्कृतिक पुनरुत्थान पर दिया गया जोर

फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। साहित्यिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक पुनरुत्थान को समर्पित संस्था समवेत की महत्वपूर्ण बैठक लोहाई रोड स्थित समाजसेवी डॉ0 रजनी सरीन के आवास पर संपन्न हुई। अभिव्यंजना के समन्वयक और समवेत के संस्थापक व मुख्य सूत्रधार भूपेन्द्र प्रताप सिंह के मार्गदर्शन में आगामी दिनों में आयोजित किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों और अभियानों पर विस्तृत चर्चा हुई। कार्यक्रमों की विस्तृत रूपरेखा तैयार करने के लिए उपस्थित सदस्यों से सुझाव आमंत्रित किए गए।
अध्यक्षता करते हुए डॉ0 रजनी सरीन ने जिले के पुनरुत्थान के लिए जमीनी स्तर पर कार्य शुरू करने का आवाह्न किया। उन्होंने इस दिशा में हर संभव मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। भूपेन्द्र प्रताप सिंह ने इंटेक चैप्टर की शुरुआत की प्रक्रिया को इस माह के अंत तक पूरा करने पर जोर दिया। जिसमें सदस्यों का चयन और पंजीकरण शामिल है। भजन गायिका आस्तिकी मिश्रा ने लोक गीत और लोक संस्कृति को संरक्षित करने की आवश्यकता पर बल देते हुए आगामी कुछ दिनों में इस संबंध में कार्य योजना तैयार करने के लिए सुझाव आमंत्रित किए। अनिल प्रताप सिंह राठौर ने आगामी दिनों में आयोजित किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों और अभियानों पर सुझाव प्रस्तुत किये। अवनींद्र कुमार ने सुझाव दिया कि ग्रीष्मकालीन कार्यशालाओं का आयोजन किया जाना चाहिए। जिसमें ताइक्वांडो, लेखन, शास्त्रीय तथा लोक नृत्य व गायन जैसी गतिविधियों को शामिल किया जाए। निहारिका पटेल ने गंगा स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और पौधारोपण जैसे अभियानों में सभी से सहयोग और सुझाव मांगे। वैभव राठौर ने प्रस्ताव रखा कि समवेत के सदस्यों द्वारा प्रत्येक रविवार को स्वच्छता अभियान चलाया जाए और शहर के लोगों को इस अभियान से जोडक़र जागरूकता फैलाई जाए। उन्होंने मैराथन दौड़ आयोजित करने, सोशल मीडिया पर पॉडकास्ट शुरू करने और हेरिटेज वॉक जैसे कई नए कार्यक्रमों की शुरुआत करने का सुझाव दिया। रश्मि सिंह और सिटी कोऑर्डिनेटर के लिए मोहम्मद आकिब के नामों की घोषणा की। गुंजा जैन ने मृदा परीक्षण के लिए जागरूकता अभियान चलाने और एक गांव को गोद लेने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने इस कार्य में सभी सदस्यों से सहयोग और सुझावों की अपेक्षा की। मीडिया सलाहकार मोहम्मद आकिब ने हेरिटेज वॉक की योजना बनाते हुए एक विस्तृत कार्यप्रणाली एसओपी तैयार करने के लिए अपने सुझाव प्रस्तुत किए। उन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य पुरातत्व विभाग द्वारा प्रस्तावित सर्वेक्षण में भी सहयोग और सुझाव देने का आग्रह किया। इस अवसर पर रविन्द्र भदौरिया, शीष मेहरोत्रा, विमल सिंह राठौर, रश्मि सिंह, अंजली चौहान, कौशल्या गिरी, जसवीर कौर, स्मृति अग्निहोत्री, आस्तिकी मिश्रा, राना हिजाब, नीशु कटियार, रोहित दीक्षित आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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