नवाबगंज, समृद्धि न्यूज। नगर के बरतल स्थित कलावती मंदिर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में मंगलवार को गोवर्धन पूजा का वर्णन किया गया। पंडित कौशल किशोर त्रिपाठी महाराज ने गोवर्धन पूजा की कथा सुनाते हुए कहा कि गोवर्धन लीला ज्ञान भक्ति बढ़ाने वाली लीला है।
उन्होंने कहा कि गोवर्धन लीला से इंद्र को और जगत को श्रीकृष्ण के स्वरूप का और सामथ्र्य का ज्ञान हुआ। गोवर्धन पूजा प्रकृति की पूजा है। शरीर पांच महाभूतों से बना है और इन्हीं के कारण टिका हुआ है। यह उत्स (स्रोत) है और इस उत्स से नाता तोड़ा तो अस्तित्व नहीं टिकेगा। भ्रष्टाचार करने वाले लोग देश, समाज और धर्म की इमारत को खोखला बनाते हैं। गायों के बारे में उन्होंने कहा कि हमारे यहां गायों की पूजा होती है, लेकिन आज हम उनकी उपेक्षा कर रहे हैं। गाय जो पूजनीय है आज दयनीय हो गई है। इस पर विचार करें। उसकी इस दशा के कारण हम ही जिम्मेदार हैं। गाय अपना भी पोषण करेगी और हमारा भी, लेकिन अपना पोषण तभी होगा, जब हम उसका शोषण रोकेंगेेेे। बुद्ध ने भी कहा है तुम खुद का दीया बनो। वह तेरे भीतर है उसे प्रगट करो। कितने लोग अपने भीतर ईश्वरीय गुण को प्रकट करते हैं। जीव का मतलब ही है शिव की संभावना। भगवान तो तुम में भी हैं उनको प्रकट करने का अवसर तुम गवां रहे हो। इस मौके पर गोवर्धन भगवान को छप्पन भोग लगाया गया। वहीं आरती के बाद लोगों को प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर ठाकुर रनवीर सिंह, आशीष दीक्षित, रिंकल ठाकुर, मोहित ठाकुर, राघव दीक्षित, आरिफ अल्वी, दुष्यन्त गिरी, सर्वेश ठाकुर, बसंत गिरि, ठाकुर जयवीर सिंह आदि लोग रहे।
गोवर्धन लीला ज्ञान भक्ति बढ़ाने वाली लीला है-आचार्य कौशल किशोर
