फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। ईद का त्यौहार मुस्लिम समाज में प्रमुख है। पूरे माह रमजान में रोजे रखकर अल्लाह की इबादत की गई। तैयारियों को लेकर एक माह से लोग इंतजार कर रहे थे। ईद पर तरह-तरह के पकवान बनते है और कपड़े आदि खरीदे जाते है। प्रमुख रुप से कुर्ता पैजामा, पठानी सूट आदि की बिक्री खूब हुई। महिलाओं ने भी सलवार सूट के अलावा सरारा व बच्चों ने क्राफ्ट टॉप आदि खरीदे। पठानी सूट को सिलवाने के लिए एक सप्ताह पूर्व ही कपड़ों की दुकानों पर खरीददारी की गई। बताया जाता है कि नमाज के दौरान कर्ता पैजामा पहनने से शरीर को आराम मिलती है और आसानी से नमाज पढ़ते समय अल्लाह की इबादत कर सकते है। गर्मी को देखते हुए लोगों की पहली पसंद कुर्ता पैजामा रहा। सूती व काटन के कपड़े ज्यादा बिके। बच्चों ने भी कुर्ता पैजामा सिलवाया। युवाओं ने डिजाइनदार पठानी सूट लिया। चिकन कुर्ता, रंगीन कुर्ता, सिल्क कुर्ता, इंडो वेस्टन कुर्ता की मांग रही। रोजेदारों ने रमजान में एक माह तक रोजा रखकर इफ्तार भी किया। शरीर की प्रमुख मस्जिदें व दरगाहों को ईद पर झालरों से सजाया गया। इस बार ज्यादातर रोजा इफ्तार मस्जिदों में हुए। रोजेदारों ने मुल्क व अमन चैन की दुआ की। ईद के आखिरी दिन रविवार को देर रात तक तैयारियां चलती रही। बाजार गुलजार रहे। युवाओं के अलावा महिलायें, युवतियां व बच्चे भी अपने अभिभावकों के साथ खरीददारी करने पहुंचे। छोटे बच्चों ने अपने मन पसंद के सिले सिलाये कपड़े खरीदे। रोजा रखने का मकसद है कि लोगों की मदद करें, और झूठ से बचें। पूरे साल में अल्लाह रमजान के दिनों में रहमत बरसाता है और अपने बंदों पर तौफीक देता है। ईद पर सभी लोग मस्जिद में जाकर नमाज पढक़र बधाई देेते है।
ईद को लेकर बाजार हुए गुलजार, जमकर हुई खरीददारी
