हलिया (मिर्ज़ापुर): स्थानीय विकास खंड क़े 79 ग्राम पंचायतों क़े श्रमिकों का 186 करोड़ रूपये व 26 लाख रूपये मनरेगा कर्मियों अतरिक्त कार्यक्रम अधिकारी, लेखाकार, कम्युटर आपरेटर, रोजगार सेवकों का मानदेय बकाया होने से मनरेगा कर्मियों व मनरेगा श्रमिकों कि होली फीकी हो सकती है मनरेगा कर्मियों का पांच महीने से मानदेय नहीं मिला है जबकि मनरेगा श्रमिकों का मजदूरी का भुगतान जनवरी माह क़े बाद से नहीं हुआ है मनरेगा योजना क़े तहत कार्य करने क़े बाद श्रमिक ग्राम प्रधान क़े घरों का चक़्कर मजदूरी क़े लिए लगा रहे है लेकिन श्रमिकों कि मजदूरी नहीं मिल पा रही है जबकि होली को अब कुछ ही दिन बचे है जानकर बताते है की मजदूरों का काम पूरा होने पर उन्हें मुआवजा देने का प्रवधान है ग्रामीण क्षेत्र क़े हर पंजीकृत परिवार को 100 दिन क़े रोजगार की गारंटी है अगर पंद्रह दिनों में काम नहीं मिलता हो तो उन्हें बेरोजगारी भत्ता देने का प्रावधान है यह भत्ता पहले 30 दिनों क़े लिए मजदूरी का एक चौथाई और इसके बाद आधी मजदूरी क़े बराबर होता है लेकिन समय हालात यह है की मजदूरों को उनके किये गए काम का पैसा क़े लिए परेशान होना पड रहा है इसके साथ ही संविदा कर्मियों का वेतन भी पांच महीने से नहीं आया है भुगतान न होने से मजदूरों क़े चेहरे पर मायूसी छाई है उन्हें यह चिंता सत्ता रही है की होली का त्यौहार नजदीक है उनके परिवार का त्यौहार कैसे होगा मनरेगा क़े तहत कार्यरत अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी, लेखाकार, कम्युटर आपरेटर, रोजगार सेवकों क़े समक्ष भी परेशानी आ गई है