सट्टा माफिया सुनील ने कहा नवाबगंज/शमशाबाद पुलिस को देता एक लाख रुपये महीना
नवाबगंज में करीब पंद्रह वर्षों से करवा रहा सट्टे की खाईबाड़ी
(विश्वप्रकाश चतुर्वेदी, संवाददाता)
शमशाबाद, समृद्धि न्यूज। एक तरफ जहां प्रदेश सरकार के मुखिया योगी ने माफियाओं को प्रदेश छुड़वा दिया या फिर जहन्नुम की सैर करा दी। उसी प्रदेश के जनपद के नगर शमसाबाद में योगी सरकार का कोई भी आदेश अधिकारी या माफियाओं द्वारा नहीं माना जाता है। इसका जीता जागता उदाहरण इस समय शमसाबाद नगर क्षेत्र में देखने को मिल रहा है।
शमशाबाद नगर में इस समय सट्टे का कारोबार खूब फल-फूल रहा है और अपनी चरम सीमा को पार ही नहीं कर रहा है बल्कि युवाओं को मटियामेट भी कर रहा है। एक से सौ बनाने के चक्कर में सैकड़ों लोगों के घर चूल्हा न जल पाने की नौबत ही नहीं आ गई, बल्कि सट्टा लगाकर एक के सौ बनाने के चक्कर में हजारों के कर्जे में भी डूब चुके हैं, तो वहीं शमशाबाद थाना पुलिस चंद पैसों की खातिर अपना ईमान नीलाम कर रही है। सट्टा माफिया सुनील कुमार उर्फ गिरी निवासी गढिय़ा बेवर का रहने वाला है जो नबावगंज में रहकर पिछले पंद्रह वर्षों से लगातार सट्टे का कारोबार संचालित कर रहा है। वह नवाबगंज में बैठकर शमशाबाद नगर क्षेत्र में अपने खासमखास गुर्गों के माध्यम से सट्टा लगवाने का कार्य करवा रहा है। सबसे मजेदार बात तो यह है कि जब भी कोई व्यक्ति सट्टा लगवाने वाले का वीडियो बनाकर वायरल करे या फिर किसी उच्च अधिकारी से शिकायत करता है तो थाना पुलिस द्वारा पुराना वीडियो बताकर उच्च अधिकारीयों को भी गुमराह कर देती है। जिससे सट्टा होने के कृत्य पर थाना पुलिस द्वारा पर्दा डाल दिया जाता है। शमसाबाद नगर क्षेत्र में इस समय दिल्लू शाह चौराहे पर सट्टा माफिया का गुर्गा पप्पू, गोदाम वाली गली में सट्टा माफिया का गुर्गा जय चन्द, मीरा दरवाजा में अजय यादव, दारुद गिरा में रामबाबू राठौर, गुरैयापुर में मुन्ना लाल कठेरिया सट्टा लगवाते हैं।
वहीं जब सट्टा लगाने वालों का वीडियो बनाने का प्रयास किया गया तो सट्टा लगवाने वाले माफिया सुनील कुमार गिरी ने कहा कि उसकी सब सेटिंग है। वीडियो बनाने से कोई फायदा नहीं है। मैं थाना पुलिस को हर महीने 1 लाख रूपये देता हूँ मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता है। सट्टा माफिया सुनील कुमार का यह भी कहना है कि उसका साला एक विधायक का गनर है। वहीं से उसको संरक्षण मिला हुआ है। इसलिए उसका कोई कुछ भी बाल बांका नहीं कर सकता है। वह पैसे फेंककर तमाशा देख रहा है।