दिल्ली के चाणक्यपुरी में भारतीय विदेश सेवा यानी IFS अधिकारी ने मौत को अपने गले लगा लिया. दिल्ली पुलिस के अनुसार, मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. बताया जा रहा है आईएफएस अधिकारी पिछले कुछ दिनों से परेशान थे. क्या वाकई डिप्रेशन के चलते उन्होंने ये खौफनाक कदम उठाया या फिर कोई और कारण है. जब उन्होंने ये कदम उठाया तब उनकी मां घर पर मौजूद थीं. लेकिन मां तब दूसरे कमरे में थीं. जितेंद्र ने सुबह 6 बजे अपने सरकारी आवास की चौथी मंजिल से छलांग लगाकर खुदकुशी की. जैसे ही जितेंद्र के गिरने की आवाज सुनाई दी, आस-पास के लोग भी चौंक गए. वो दौड़े-दौड़े घटनास्थल पर पहुंचे. देखा कि जितेंद्र खून से सनी हालत में फर्श पर गिरे हुए थे. उनकी जान जा चुकी थी. तुरंत पुलिस को इस बारे में सूचना दी गई. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया. जितेंद्र की मां का रो-रोकर बुरा हाल है. देहरादून में जितेंद्र की बीवी और दो बेटे रहते हैं. उन्हें भी सूचना दे दी गई है. पुलिस ने बताया- शुरुआती जांच में मामला सुसाइड का लग रहा है. लेकिन हर पहलू से मामले की जांच की जा रही है. घर वालों से पूछताछ जारी है.पुलिस ने बताया- जितनी जानकारी हमें मिली है उसके मुताबिक, जितेंद्र डिप्रेशन से जूझ रहे थे. पिछले 6 महीने से उनका इलाज जारी था. हालांकि, अभी ये साफ नहीं हो पाया है कि डिप्रेशन किस चीज को लेकर था? जिस डॉक्टर से उनका इलाज चल रहा था, उनसे पूछताछ की जाएगा. बहरहाल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है. जितेंद्र के मोबाइल को भी जांच के लिए भेज दिया गया है. घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. वह IFS 2011 बैच के अधिकारी थे.
विदेश मंत्रालय ने कही ये बात
विदेश मंत्रालय ने आईएफएस अधिकारी की मौत के बाद एक बयान जारी किया। बयान में विदेश मंत्रालय ने कहा, “मंत्रालय के एक अधिकारी का 07 मार्च, 2025 की सुबह नई दिल्ली में निधन हो गया है। मंत्रालय परिवार को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है और हम दिल्ली पुलिस के संपर्क में है। मंत्रालय दुख और कठिनाई की इस घड़ी में परिवार के साथ खड़ा है। शोक की इस घड़ी में परिवार की निजता का सम्मान करते हुए रखते हुए आगे की जानकारी जारी नहीं की जा रही है।”