यूपी के लखीमपुर खीरी से एक हैरतअगेंज मामला सामने आया है. लखीमपुर खीरी में पुलिस पिटाई से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिसके बाद पुलिस पर आरोप लगाते हुए शख्स के परिजन शव को रखकर धरना दे रहे हैं. मृतक की पहचान रामचंद्र मौर्य के रूप में हुई है. वहीं पुलिस का कहना है छापे के दौरान रामचंद्र मौर्य भाग रहा था इसलिए हार्ट अटैक से मर गया. हालांकि रामचंद्र की मौत हॉस्पिटल में हुई. रामचंद्र मौर्य के परिजन पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं कि उन्होंने मार डाला. ऐसे में ग्रामीणों ने मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद शव लेकर लौट रही गाड़ी को रोककर धरना दिया. परिजनों का कहना है कि युवक जंगल में लकड़ी बीनने गया था. ऐसे में वहां से चार लोगों को शराब बनाने के आरोप में पुलिस पकड़ ले गई थी और सभी की जमकर पिटाई की. परिजनों ने बताया कि पुलिस की पिटाई की वजह से युवक की हालत बिगड़ गई, जिसके बाद उसे निघासन सीएचसी अस्पताल ले जाया गया. हालांकि युवक को देखते ही डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. परिजनों ने मझगई और निघासन दोनों थानों की पुलिस पर आरोप लगाया है. युवक का अभी तक अंतिम संस्कार नहीं किया गया है. परिजन दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. मृतक रामचंद्र की पत्नी ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या की तहरीर दी है. युवक के घरवालों ने पुलिस अफसरों के सामने तीस लाख रुपये मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, मझगईं और निघासन थाने के सारे पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने तथा परिवार के लोगों पर दर्ज मुकदमे खत्म करने की मांगें रखीं. इस बात से सीओ पीपी सिंह नाराज हो गए. साथ ही उन्होंने यहां तक कह दिया-‘ना तो मझगई थाना सस्पेंड हो, ना निघासन, ना तुझे 30 लाख रुपए दें. तेरे पे जितने दिन रखना है, रख ले डेड बॉडी को. हम यहां से जा रहे हैं.’ इतना कहकर अधिकारी और उनके साथ के पुलिसकर्मी वहां से उठकर चले गए. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
अखिलेश की पोस्ट और सीओ का वीडियो-
अखिलेश यादव ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा- भाजपा हृदयहीन पार्टी है।