उत्तर प्रदेश में नए साल में गटक गए 600 करोड़ की शराब, दिल्ली-NCR में 400 करोड़

शराब पीने में यूपी वालों ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है. प्रदेश में 31 दिसंबर को करीब 600 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हुई है. वहीं नोएडा की बात करें तो इस बार यहां लोगों ने भी शराब पीने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. आबकारी विभाग के अनुसार, 31 दिसंबर और 1 जनवरी को 16 करोड़ रुपये से ज्यादा की शराब बिकी है.

देशभर में लोगों ने बड़ी ही धूमधाम से नए साल मनाया. इस मौके पर लोगों ने तरह-तरह से नया साल सेलिब्रेट किया. कुछ लोगों ने नए साल पर भगवान की पूजा अर्चना की, तो कुछ लोगों ने जरूरतमंदों को दान पुण्य किया. हालांकि, कुछ लोग ऐसे ही हैं, जिन्होंने जमकर डीजे पार्टी की और खूब शराब पी. आईये जानते है कि देश के अलग-अलग राज्यों के लोगों ने नए साल के मौके पर कितने करोड़ की शराब गटकी है. नए साल के मौके पर भारतीयों ने शराब पीने का एक नया रिकॉर्ड बनाया. देश में नए साल पर सबसे उत्तर प्रदेश में 600 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हुई. वहीं, दिल्ली-NCR में 400 करोड़ की शराब बिकी है. दिल्ली ही नहीं देश और दुनिया के लोग भी नए साल के मौके पर हजारों करोड़ की शराब पी गए हैं. देश में शराब पीने के मामले में लोगों ने एक नया माइलस्टोन हासिल किया है. इसके अलावा कर्नाटक में 308 करोड़ की शराब की ब्रिकी हुई है, वहीं, तेलंगाना के लोग भी किसी मामले में पीछे नहीं रहे यहां के लोगों ने नए साल पर 402 करोड़ रुपये की शराब गटक ली. इसी के साथ केरल में 108 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हुई है. वहीं, ऑनलाइन एप्स पर चकना के तौर पर आलू भुजिया, चिप्स और आइस क्यूब की सबसे ज्यादा बिक्री हुई हैं. उत्तराखंड में भी नए साल पर बड़ी ही धूमधाम से जश्न मनाया गया. यहां इस साल करीब 15 करोड़ रुपये की बिक्री हुई. सबसे ज्यादा शराब की देहरादून और नैनीताल जैसे टूरिस्ट प्लेस पर हुई है. उत्तराखंड में एक दिन के शराब बेचने के लिए कुल 600 बार लाइसेंस जारी किये गए थे, जिनमें 37 हजार से अधिक अंग्रेजी शराब की पेटियां बेची गईं हैं.

उत्तराखंड में छलके जाम

यही नहीं उत्तराखंड में भी लोगों ने जमकर जाम छलकाए हैं. नए साल के स्वागत में प्रदेश में 14 करोड़ की शराब लोग गटक गए. प्रदेश में सबसे ज्यादा 37000 पेटियां अंग्रेजी शराब बिकीं. देसी शराब की 11000 पेटियां बिकीं. आबकारी महकमे को 14.27 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ. आम दिनों की तुलना में दुगने से भी ज्यादा रहा. राजस्व उत्तराखंड में सबसे ज्यादा राजस्व देहरादून और नैनीताल से मिला. एक दिन शराब परोसने के लिए 600 से ज्यादा बार लाइसेंस लिए गए रात 2 बजे तक बार खोले गए.

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