उन्नाव। लोडर मालिक के बेटे ने सेकेंड हैंड कार खरीदने के लिए व्यापारी के डेढ़ लाख रुपये दबा लिए और लूट की कहानी बना दी। सुनसान जगह पर उसने शीशा तोड़ दिया और लोडर लेकर पुलिस चौकी पहुंच गया। उसने स्कूटी सवार तीन लोगों पर रुपये लूटने बात बताई। सीसीटीवी कैमरों की जांच में घटना की पुष्टि न होने पर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो युवक ने सच उगल दिया।
घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने बताया कि सदर कोतवाली क्षेत्र के दादामियां चौराहा निवासी रेहान मवेशी खरीद फरोख्त का काम करते हैं। वह अलग-अलग क्षेत्रों से मवेशी खरीदकर स्लाटर हाउस में बेचते हैं। रेहान ने बुधवार शाम सफीपुर निवासी मवेशी व्यापारी बांके से फोन पर बात कर तीन भैंसों का सौदा तय किया। रेहान ने भैंस लाने वाले तालिब सराय मोहल्ला निवासी लोडर मालिक लालबाबू से बात की और लोडर चलाने वाले उसके बेटे समीर को सुबह छह बजे डेढ़ लाख रुपये देकर सफीपुर भेजा। आधे घंटे बाद समीर ने फोन कर बताया कि दोस्ती नगर गांव के पास स्कूटी सवार तीन युवकों ने उसके साथ मारपीट की। पत्थर मारकर शीशा तोड़ दिया और रुपये लूट कर भाग गए। उसने 112 पर भी फोन करके पुलिस को लूट की सूचना दी। लूट की घटना पर सीओ सिटी सोनम सिंह, कोतवाल और एसओजी ने जांच की। समीर ने पुलिस को पहले बताया कि स्कूटी सवार लूटने के बाद भतावां गांव की तरफ भागे हैं। पुलिस ने यहां एक स्कूल के बाहर लगे कैमरे की फुटेज देखी तो कुछ नहीं मिला। इसके बाद पीछे के रास्ते से भागने की आशंका जताई तो पुलिस पुलिस ने एक हॉट मिक्स प्लांट के कैमरे भी देखे, लेकिन घटना की पुष्टि नहीं हुई। शक होने पर कड़ाई से पूछताछ की गई तो समीर ने सच बता दिया। उसने दोस्ती नगर स्थित एक गड्ढे में रुपये दबाने की बात बताई, लेकिन पुलिस को वहां रुपये नहीं मिले। बाद में समीर की निशानदेही पर लोडर की सीट के नीचे से 1.50 लाख रुपये बरामद हुए। एसपी ने बताया कि आरोपी ने बताया है कि मोहल्ले के उसके साथ के युवक कार से घूमते हैं। उसने भी रुपये पार करके कार खरीदने की योजना बनाई थी।