फर्रूखाबाद, समृद्धि न्यूज। भगवान विष्णु ने परशुराम अंश के रूप में उस भृगु कुल में अवतार लिया। जिस भृगु के पाद-प्रहार को अपने वक्ष:स्थल पर सहा। भगवान परशुराम सर्व समाज के भगवान थे। उन्होंने पृथ्वी पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाकर दुष्ट प्रवृत्ति के आताताइयों का संहार कर पृथ्वी पर गलत आचरण के कार्य करने वालों से मुक्त कराया।
रस्तोगी इं0का0 के प्रवक्ता ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने बताया: कि भगवान परशुराम की यात्रा इस वर्ष धूमधाम निकाली जायेगी और उसको भव्यता दी जायेगी। इस बार जगह-जगह भगवा ध्वज व स्वागत द्वार बनाये जायेंगे। शोभायात्रा में भगवान परशुराम के स्वरुप की झांकी होगी। भक्तगण माथे पर चंदन लगाकर पीला गमछा डालकर शामिल होंगे और हवन पूजन कर जन्मोत्सव मनायेगें।
भाजपा नेता व सभासद शशांक शेखर मिश्रा ने बताया: कि भगवान परशुराम जाति विशेष नहीं, सभी के भगवान है। उन्होंने हमेशा गलत लोगों का विरोध किया। जैसे हम लोग भगवान राम को पूजते है उसी तरह भगवान परशुराम को पूजते है। उन्होंने धरती से 21 बार आताताइयों का संहार कर मनुष्य वर्ग को नई दिशा दी। हम सब मिलकर 29 अपै्रल को उनका जन्मोत्सव धूमधाम से मनायेंगे।
उद्योग व्यापार मण्डल महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष सोनी शुक्ला ने बताया: कि भगवान परशुराम पराक्रम के धारक और शस्त्र व शास्त्र के ज्ञाता थे। उन्होंने त्रेता व द्वापर युग में रामायण व महाभारत को अपनी आंखों से देखा। उन्होंने भृगु कुल में अवतार लेकर असुरी शक्तियों को रोका। इसलिए वह शस्त्र गुरु कहलायें। वह हमारे समाज के पुरोधा है वह हमारे समाज के गौरव है।
भगवान परशुराम ने आसुरी शक्तियों का किया दमन
