गोरखपुर की स्पेशल टास्क फोर्स STF को शनिवार को बड़ी सफलता मिली है. मुख्तार अंसारी के कुख्यात शूटर अनुज कन्नौजिया को गोरखपुर STF ने झारखंड पुलिस के सहयोग से जमशेदपुर में मार गिराया है. इस दौरान दोनों तरफ से कई राउंड गोलियां चलीं. अनुज का पूर्वांचल के कई जिलों में खौफ था और वह मुख्तार का भरोसेमंद आदमी था. उसे मुख्तार का राइट हैंड कहा जाता था.
जमशेदपुर: यूपी के माफिया मुख्तार अंसारी के गुर्गों के खिलाफ बड़ी सफलता मिलती दिख रही है। यूपी STF और झारखंड पुलिस ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन में झारखंड के जमशेदपुर में माफिया मुख्तार अंसारी के शूटर अनुज कनौजिया को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया है। मारे गए शूटर पर 2.5 लाख रुपए का इनाम था। इस मुठभेड़ के दौरान करीब 20 राउंड गोलियां चली हैं।
बता दें कि माफिया मुख्तार अंसारी की मौत की बरसी को 1 साल हुआ है और आज ही मुख्तार का शूटर मुठभेड़ में मारा गया है। इसे यूपी एसटीएफ और झारखंड पुलिस की टीम की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
कौन था शूटर अनुज कनौजिया?
मारा गया शूटर अनुज कनौजिया लंबे समय से फरार था। पहले उस पर एक लाख का इनाम था। बाद में इनाम की राशि बढ़ाकर 2.5 लाख कर दी गई थी। उसके खिलाफ 2 दर्जन से ज्यादा मुकदमे थे। वह मुख्तार अंसारी का शार्प शूटर था और मूल रूप से मऊ का रहने वाला था।
अनुज कनौजिया का आपराधिक इतिहास लंबा है। उस पर मऊ के अलावा गाजीपुर में भी कई मामले दर्ज हैं। वह लंबे समय से पुलिस को चकमा दे रहा था, इसीलिए उसके खिलाफ इनाम की राशि को एक लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख कर दिया गया था। उसे पुलिस की कई टीमें ढूंढ रही थीं। मिली जानकारी के मुताबिक, वह पांच सालों से फरार चल रहा था। मुख्तार के इस भरोसेमंद शूटर का मुख्य काम हथियारों की खरीद फरोख्त, शूटर्स की भर्ती, ठेके पर हत्याओं की साजिश रचना आदि था. साल 2012 के दौरान अनुज गोरखपुर जिला कारागार में भी बंद था. मुख्तार के बुरे दौर की शुरुआत होने के बाद से ही अनुज भी यतीम हो चला और STF की गोलियों से बचने की कोशिश करता रहा. अंत में मुख्तार अंसारी की मौत के बाद अनुज कन्नौजिया का बचना मुश्किल होता जा रहा था. आखिरकार गोरखपुर STF ने शनिवार को मुठभेड़ में उसे ढेर कर दियाय पुलिस ने मौके से हथियार और कारतूस सहित अन्य चीजें बरामद की हैं.
प्रेमिका के खूबसूरती के थे खूब चर्चे
गोरखपुर जेल में बंद रहने के दौरान आजमगढ़, गाजीपुर आदि जिलों में पेशी पर जाने के दौरान वह जीयनपुर स्थित अपनी प्रेमिका रीना से जरूर मिलता था. उसकी प्रेमिका के सुंदरता के चर्चे उसके गिरोह में आम बात थी. बाद में अनुज ने अपनी प्रेमिका रीना से शादी भी कर ली थी. मुख्तार अंसारी की मौत के बाद अनुज ने अपना ठिकाना झारखंड बना लिया लेकिन अंततः STF के शिकंजे में फंस ही गया. वहीं, शादी के बाद, रीना ही अनुज के अवैध धंधों को संभालने लगी थी. 2023 में रंगदारी के मामले में पुलिस ने रीना को झारखंड के रांची से गिरफ्तार किया था. फिलहाल, वह मऊ जेल में बंद है और उसके साथ उसके दो बच्चे भी हैं.