महर्षि महेश योगी के 108वें जयंती समारोह का शुभारंभ आज से

रामायण विश्वविद्यालय प्रांगण में होगा तीन दिवसीय भव्य आयोजन
 समृद्धि न्यूज़ अयोध्या। रामनगरी में निर्माणाधीन महर्षि महेश योगी रामायण विश्वविद्यालय प्रांगण में महर्षि महेश योगी के 108वें जयंती समारोह का शुभारंभ 10 जनवरी यानी शुक्रवार से किया जाएगा।कार्यक्रम का विशेष आकर्षण प्रख्यात कवि और मानस प्रवचनकर्ता डॉ. कुमार विश्वास की राम कथा “अपने-अपने राम” होगी।यह कथा तीनों दिन आयोजित की जाएगी,जिसमें श्रद्धालु रामायण के विभिन्न प्रसंगों को सुनकर लाभान्वित होंगे।गुरुवार को यह जानकारी कार्यक्रम के आयोजन की देखरेख कर रहे महर्षि संस्थान के कुलाधिपति अजय प्रकाश श्रीवास्तव दी।वे इस तीन दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा साझा करने के लिए आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान मीडिया से मुखातिब थे।प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए श्री श्रीवास्तव ने कहा कि इस भव्य समारोह के माध्यम से महर्षि महेश योगी को उनके योगदान के लिए पूरे विश्व में स्मरण किया जा रहा है। महर्षि महेश योगी को विश्व भर में एक महान वैज्ञानिक संत के रूप में जाना जाता है,जिन्होंने भारत के प्राचीन वैदिक ज्ञान और ध्यान योग की वैज्ञानिक पद्धति को जन जन तक पहुंचाया है।उन्होंने अपने गुरुदेव स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती जी महाराज के आशीर्वाद से 1960 के दशक में विश्व भ्रमण शुरू किया और वैदिक ज्ञान को आधुनिक विज्ञान के साथ जोड़कर इसे मानव जीवन के सर्वांगीण विकास के लिए उपयोगी सिद्ध किया।श्री श्रीवास्तव ने बताया कि महर्षि महेश योगी ने शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़ा योगदान दिया।उनके प्रयासों से भारत में कई महर्षि वेद विज्ञान विद्यापीठ,महर्षि विद्या मंदिर और विश्वविद्यालयों की स्थापना हुई है।इन संस्थानों में विद्यार्थियों को पारंपरिक शिक्षा के साथ भावातीत ध्यान योग का अभ्यास कराया जाता है।उन्होंने कहा कि महर्षि जी का एक बड़ा स्वप्न था कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में एक ऐसा रामायण विश्वविद्यालय स्थापित हो,जो रामायण के आदर्शों और जीवन मूल्यों को पूरी दुनिया तक पहुँचाए।इसी सपने को साकार करते हुए अयोध्या में प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सहयोग से रामायण विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है।यह विश्वविद्यालय भारतीय संस्कृति, धर्म और जीवन मूल्यों को संरक्षित करने का एक अनोखा प्रयास है।कुलाधिपति श्री श्रीवास्तव ने बताया कि यह विश्वविद्यालय न केवल एक शैक्षणिक संस्थान होगा,बल्कि यह रामायण के आदर्शों को जन जन तक पहुँचाने का केंद्र बनेगा। विश्वविद्यालय के विभिन्न भवनों के नाम रामायण के पात्रों पर आधारित हैं।प्रशासनिक भवन को “रघुकुल भवन,” पुस्तकालय को “वशिष्ठ भवन” और अध्ययन भवनों को “राम,” “लक्ष्मण,” “भरत” एवं “शत्रुघ्न” नाम दिए गए हैं।छात्रावासों के नाम “हनुमंत निवास” और “जानकी निवास” रखे गए हैं।

अलग अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा

 अयोध्या। तीन दिवसीय भव्य जयंती समारोह में अलग अलग दिन अलग अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।इसमें पहले दिन यानी 10 जनवरी को कलश स्थापना एवं पूजन,दूसरे दिन यानी 11 जनवरी को राम तारक यज्ञ का शुभारंभ और भजन सम्राट ओम प्रकाश द्वारा भजन संध्या तथा तीसरे दिन यानी 12 जनवरी को राम तारक यज्ञ की पूर्णाहुति और पूज्य संतों का आशीर्वचन संपन्न होगा।कार्यक्रम के आयोजकों ने अयोध्या की जनता और सभी श्रद्धालुओं को इस आयोजन में भाग लेने के लिए सादर आमंत्रित किया है।इस भव्य समारोह के माध्यम से महर्षि महेश योगी को उनके योगदान के लिए पूरे विश्व में स्मरण किया जा रहा है।

(अमिताभ श्रीवास्तव)

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