व्यापार मण्डल ने अनावश्यक कार्यवाही का किया विरोध
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। भारतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल जनपद इकाई द्वारा मुख्यमंत्री सम्बोधित ज्ञापन जीएसटी कार्यालय में असिस्टेंट कमिश्नर को सौंपा गया।
कानपुर सहित प्रदेश के अधिकांश जनपदों में व्यापारियों एवं उद्यमियों के साथ राज्य कर विभाग द्वारा वैट काल (वर्ष 2008 से 2017) के संबंध में गंभीर अनियमतायें की जा रही हैं। विभागीय पोर्टल पर पुराने वैट प्रकरणों में अद्यतन अपडेट न किए जाने के कारण व्यापारी एवं उद्यमी वर्ग के विरुद्ध अनावश्यक रूप से बकाया धनराशि प्रदर्शित की जा रही है। बिना समुचित सत्यापन के सीधे बैंक खातों पर कुर्की आदेश प्रेषित कर, बकाया न होने के बावजूद धनराशि वसूल की जा रही है। अधिकांश मामलों में या तो कर निर्धारण शून्य कर जीरे टैक्स के अंतर्गत धारा 31 या धारा 32 के तहत पूर्ण हो चुका है अथवा व्यापारी पक्ष ने समय पर कर जमा कर दिया गया है। परंतु विभागीय अभिलेख अनुपलब्ध होने अथवा पोर्टल का अद्यतन अपडेट न होने की स्थिति में व्यापारी उत्पीडऩ का शिकार बन रहे हैं। विभाग को ऐसी स्थिति में पहले समुचित सूचना भेजकर व्यापारी पक्ष से जवाब प्राप्त करना चाहिए। वर्तमान नियमों के अनुसार व्यापारी या उद्यमी केवल पिछले सात वर्षों तक की कर संबंधित फाइलों को संरक्षित रखने हेतु बाध्य हैं। ऐसे में 10-15 वर्ष पुराने प्रकरणों में फाइल उपलब्ध न होना स्वाभाविक है। इसके बावजूद विभागीय उत्पीडऩात्मक कार्यवाही से व्यापारी वर्ग में तीव्र असंतोष व्याप्त है। व्यापारियों ने मांग की है कि कुर्की कार्यवाही पर रोक लगायी जाये। पुराने वैट प्रकरणों में बकाया धनराशि की पूर्ण जांच की जाए। व्यापारियों पक्ष को उत्तर देने का अवसर दिया जाये। इस मौके पर जिलाध्यक्ष प्रमोद गुप्ता, मीडिया प्रभारी मुकेश गुप्ता, महिला जिलाध्यक्ष प्रीती तिवारी, आनंद मोहन वर्मा, पंकज गुप्ता, अमन गुप्ता, धीरेन्द्र नाथ तिवारी, अरुण कुमार गुप्ता, राहुल गुप्ता, प्रीती गुप्ता, अनिल गुप्ता, करन पटेल, विवेक सारस्वत, पुन्नी शुक्ला, अर्चना द्विवेदी, निधि मिश्रा, रेखा सोमवंशी, शिवाशीष तिवारी, संतोष गुप्ता, सनी जैन, महेश चन्द्र वर्मा, खालिद हुसैन आदि लोग मौजूद रहे।
व्यापारियों की समस्याओं को लेकर जीएसटी अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
