फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। एनपीएस एवं यूपीएस पेंशन व्यवस्था समाप्त कर पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने के लिए अटेवा ने सांसद मुकेश राजपूत को ज्ञापन सौंपा।
ठंडी सडक़ आईटीआई चौराहा स्थित उनके निवासी पर पहुंचकर अटेवा के पदाधिकारियों ने अटेवा एवं एनएमओपीएस के आवाह्न पर पूरे देश में पुरानी पेंशन बहाली हेतु सांसदों को ज्ञापन प्रेषित कर उनसे पुरानी पेंशन बहाली को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखने व संसद में पुरानी पेंशन का मुद्दा उठाने जाने के लिए ज्ञापन सौंपा।
रविवार को अटेवा द्वारा सांसद को दिये गये ज्ञापन में मांग की गई कि पूरे प्रदेश के 15 लाख एवं देश के लगभग एक करोड शिक्षकों, कर्मचारियों पर लागू शोषणकारी व विभेदकारी पेंशन व्यवस्था व्यवस्था एनपीएस व यूपीएस को समाप्त कर आर्थिक व समाजिक सुरक्षा की गारन्टी देने वाली पुरानी पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल की जाये। सांसद ने ओपीएस बहाली हेतु प्रधानमंत्री को सम्बोधित एक पत्र भी लिखा। जिसमें कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था पुन: बहाल करने की मांग की गयी।
अटेवा के प्रदेश संयुक्त मंत्री ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि एनपीएस व यूपीएस दोनों पेंशन योजनायें शेयर मार्केट आधारित अंशदान से बने कार्पस पर आधारित हैं, इसलिए दोंनो ही पेंशन योजनाओं में पेंशन की अनिश्चितता है। वर्षों से चली आ रही शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव से मुक्त पुरानी पेंशन व्यवस्था ओपीएस ही शिक्षकों, कर्मचारियों व अधिकारियों के हित में हैं जो सेवानिवृत पर कर्मचारियों के आर्थिक व समाजिक सुरक्षा की गारन्टी देती है। जिला महामंत्री फूलसिंह शाक्य ने बताया है कि कर्मचारियों का पैसा बिना उनकी इच्छा के जबरदस्ती शेयर मार्केट में लगाया जा रहा, जिससे कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। जिला संह संयोजक सुधीर कुमार पाल ने कहा है कि जो कर्मचारी एनपीएस में सेवानिवृत हो रहे हैं उन्हें एक दिन के वेतन के बराबर भी पेंशन नहीं मिल रही है। जिला प्रवक्ता सुनील कुमार ने कहा कि यूपीएस में कर्मचारियों के पूरे सेवाकाल में हुई वेतन कटौती को भी सरकार हड़प कर रही है जो बेहद अन्यायपूर्ण कृत्य है। यह किसी को चश्मा देकर आंखें छीनने जैसा है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुशील कुमार संतोषी ने कहा है कि एक ही देश में कुछ कर्मचारियों को ओपीएस कुछ को एनपीएस व कुछ को यूपीएस देना साफ साफ भेदभाव है पूरे देश के कर्मचारियों व नेताओं के लिए एक ही प्रकार की पेंशन योजना दी जानी चाहिए।
मुकेश कुमार ने कहा है कि सरकार जब देश में कर्मचारियों के लिए एनपीएस, यूपीएस व ओपीएस तीन प्रकार की पेंशन योजनायें चला रही है तो उन तीनों का विकल्प कर्मचारियों को देना चाहिए, जिसको जो लाभकारी लगेगी उसका विकल्प वे चयन कर लेगें। इस अवसर पर शिक्षक, कर्मचारी एवं संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे। इस दौरान प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष भूपेश प्रकाश पाठक, माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष लालाराम दुबे, सुधीर कुमार पाल, फूल सिंह शाक्य, जितेन्द्र सिंह, विनीत कुमार, रचिन्द्र द्विवेदी, संजीव अहिरवार, अवनीश, अरविन्द, गरिमा सचान, विजय शंकर तिवारी, अक्षय सेंगर, कुलदीप सिंह, आनन्द, देवाशीष पाठक, प्रबल प्रताप सिंह, विजेन्द्र पाल सिंह, अरेन्द्र यादव, आदेश अवस्थी, विजेन्द्र मथुरिया, रामलडै़ते राजपूत, रविन्द्रनाथ वर्मा, दुर्गा प्रसाद, नम्रता सिंह, शैलेन्द्र राजपूत आदि शिक्षक एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सांसद को सौंपा ज्ञापन
