भाजपा नेताओं ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया याद
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। शनिवार को आवास विकास स्थित भाजपा कार्यालय पर जनसंघ के संस्थापक पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष एवं सदस्य विधान परिषद सलिल बिश्नोई ने पंडित मुखर्जी के व्यक्तित्व एवं कृतत्व पर प्रकाश डाला। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष रूपेश गुप्ता ने की। सांसद मुकेश राजपूत सहित सभी कार्यकर्ताओं ने पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्प अर्पित किए।
सलिल बिश्नोई ने कहा जो कश्मीर वर्तमान में भारत का अभिन्न अंग है, उस कश्मीर को बचाने के लिए पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपने जीवन का बलिदान कर दिया। आजादी के बाद देश में जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में कांग्रेस की पहली सरकार में पंडित मुखर्जी वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री थे। देश को कश्मीर से अलग करने वाली कांग्रेस की राजनीतिक सोच के खिलाफ उन्होंने आवाज उठाई और अपने राजनीतिक पद से इस्तीफा दे दिया और एक राष्ट्रवादी संगठन जनसंघ की स्थापना की। जनसंख्या की स्थापना के बाद उन्होंने कश्मीर को भारत से जोडऩे के लिए आंदोलन किया। 23 जून 1953 को जेल में रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई। भारत माता के ऐसे वीर सपूत से भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रेरणा लेनी चाहिए। मुकेश राजपूत ने कहा जनसंघ के संस्थापक पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश की राजनीति को एक नई दिशा देने का कार्य किया था। पंडित मुखर्जी ने कांग्रेस की उसे हर नीति का विरोध किया। जिससे भारत की संप्रभुता और अखंडता को खतरा था। उन्होंने देश की बहुसंख्यक आबादी की आवाज को बुलंद करने का कार्य किया। अमृतपुर विधायक सुशील शाक्य ने कहा कुशाग्र बुद्धि के धनी पंडित मुखर्जी सबसे कम उम्र में बंगाल विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर बने राजनीति के माध्यम से समाज की सेवा का संकल्प लिया। उनके विचारों को लेकर पार्टी आगे बढ़ रही है। रूपेश गुप्ता ने कहा कांग्रेस ने हमेशा फूट डालो और राज करो की नीति पर काम किया। उसकी इस नीति से देश में संप्रभुता और अखंडता को खतरा पैदा हुआ। देश को बांटने वाली राजनीति के खिलाफ पंडित मुखर्जी ने आवाज उठाई, संघर्ष के रास्ते पर चलकर कश्मीर जैसे अहम मुद्दे पर उन्होंने खुद का जीवन बलिदान कर दिया। संचालन फतेहचंद वर्मा ने किया। इस अवसर पर हिमांशु गुप्ता, डीएस राठौर, सुनील रावत, मोनिका यादव, अतुल दीक्षित, वीरेंद्र सिंह राठौड़, हेमचंद्र राजपूत, राहुल राजपूत, बबीता पाठक, चित्रा अग्निहोत्री, रमला राठौर, शिवांग रस्तोगी, पीयूष त्रिपाठी, शशांक शेखर मिश्रा, राजकुमार वर्मा, शिवम दुबे आदि लोग मौजूद रहे।
पं0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कश्मीर को बचाने के लिए उठायी थी आवाज
