फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ओमनिवास सेवाकेंद्र पर संस्कार परिवर्तन समर कैम्प के दूसरे दिन भी विद्यार्थी जीवन का अमूल्य आभूषण पर प्रकाश डाला गया। शोभा बहन ने प्रेरणादाई संबोधन में बच्चों से संकल्प कराये हम झूठ नहीं बोलेंगे, हम चोरी नहीं करेंगे, हम शरारत नहीं करेंगे, हम मम्मी पापा को तंग नहीं करेंगे, बुराइयों से दूर रहेंगे, ज्यादा मोबाइल नहीं देखेंगे, पढ़ाई में मन लगाएंगे, कुछ समय परमात्मा को भी याद करेंगे, भोजन परमात्मा की याद में खाएंगे। नैतिक मूल्यों को अपने जीवन में धारण कर अपने को सशक्त बनाएंगे, मानसिक परिवर्तन से अपने संस्कारों को परिवर्तन कर समाज को मूल्य निष्ठ समाज बनाएंगे। देव कुमार शर्मा ने कहा कि मानव देव सामान कहलाता था, हर बालक राधा कृष्ण के समान मास्टर भगवान के रूप में कहलाते थे, तो देवता माना देना, लेकिन आज दिव्य गुणों का लोप हो जाने के कारण मानव से दानव बनता जा रहा है। पूनम बहन ने कहा कि आजकल के बच्चे छोटे बड़े सबको तनाव चिंता क्रोध लड़ाई झगड़ा से ग्रसित होते जा रहे हैं। यह तमोगुणी संस्कार के कारण है। वातावरण का प्रभाव भी हमारे जीवन पर पड़ता है। उन्होंने कहा की माता-पिता अपने बच्चों को अच्छे मेहनत सीखने और उनके जीवन की उपयोगिता को जानते हुए उन्हें एक नई दिशा देने की प्रेरणा दें और बुराइयों में बच्चों को बढ़ावा ना दें, क्योंकि उनका जीवन अमूल्य है। इस मौके पर कई भाई बहनों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये और कहा कि घर का वातावरण शुद्ध बनाएं और बच्चों का विशेष रूप में उनके भविष्य का ध्यान रखें।
विद्यार्थी जीवन का अमूल्य आभूषण: शोभा बहन
