श्याम का मंदिर है वहाँ, जहाँ पहली होली थी जली…

आज रिलीज होगा हरदोई खाटू श्याम मंदिर का भजन
हरदोई से संतोष तिवारी की रिपोर्ट
हरदोई । प्राचीन मान्यता है कि होलिका दहन की शुरुआत हरदोई जिले से हुई थी। स्वयं देश के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र दास मोदी ने अपने हरदोई चुनावी सभा के दौरान इस बात को मंच से उद्घोषित किया था। प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल ने अपनी भजन संध्या के दौरान इसको विस्तार से बताते हुए गाया था कि श्याम बाबा हरदोई क्यों आये? श्याम बाबा हरदोई उनसे मिलने आए जिन्होंने इस दुनिया को होली पर्व दिया। कन्हैया मित्तल ने गाया था की यदि भक्त प्रहलाद की हरदोई न होती तो आज दुनिया में होली का पर्व भी न होता। भजन गायिका रुचि किंकर ने अपने भजन में गाया था कि अगर हरदोई ना होता तो होली के साथ राखी का पर्व भी न होता क्यूंकि इसी धरा पर पहली राखी राजा बलि की पत्नी ने भगवान विष्णु को बांधी थी। हाल में ही खेतुई मंदिर में आई प्रसिद्ध भजन गायिका मैथिली ठाकुर ने भी भक्त प्रह्लाद नगरी की महिमा का वर्णन किया था।
हरदोई का पौराणिक महत्व को स्वर्ण अक्षरों में लिखती इन अभूतपूर्व घटनाओं और वर्तमान में प्रमुख हस्तियों द्वारा अपने स्वरों से इनके वर्णन के बाद हरदोई जिले के उत्साहित युवकों ने हरदोई के श्री खाटू श्याम मंदिर का एक भजन तैयार किया है।
हरदोई के प्रमुख धार्मिक संगठन श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति दल के सदस्यों ने “जी म्यूजिक” कंपनी की स्थापना की और अपने पहले भजन “भक्त प्रहलाद नगरी हरदोई” के सफल प्रस्तुति के बाद ये दूसरा भजन तैयार किया है जो श्री खाटू श्याम मंदिर हरदोई और उसकी महिमा को समर्पित है।
जी म्यूजिक कंपनी के प्रोड्यूसर और श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति दल के महासचिव गौरव अग्रवाल ने प्रेसवार्ता में बताया कि हरदोई के सांस्कृतिक विरासत को पुन: स्थापित करने के लिए उन्होंने ये अभियान प्रारंभ किया है और अब इस कड़ी में उनका ये दूसरा प्रयास आप सबके सामने आ रहा है जो यूट्यूब के अलावा 35 प्रमुख म्यूजिक ऐप जैसे एप्पल म्यूजिक, अमेजान म्यूजिक, यूट्यूब म्यूजिक, जियो सावन, स्पोटिफाई, लाइन आदि के अलावा हरदोई के एफएम रेडियो जागो पर भी उपलब्ध होगा।
जी म्यूजिक कंपनी के को- प्रोड्यूसर और संगीत के ज़रिए भजनों को संगीत के स्वर दे रहे संकेत तिवारी ने बताया कि हिंदी संगीत का सबसे मधुर दशक 1960 के दशक का था जिस समय कालजयी प्रस्तुतियां सबके सामने आई है इसीलिए इस बार भजन तैयार करते समय हम लोगों ने 60 के दशक का म्यूजिक तैयार किया है। उस समय कैसे वाद यंत्र होते थे, कैसा उनका संगीत होता था इन सबका संगीत बनाते समय विशेष ध्यान रखा गया है। वीडियोग्राफी में सहयोग कर रहे गौरव पांडे ने बताया कि म्यूजिक का वीडियो एल्बम भी संगीत के अनुसार पुराने समय का बनाया गया है। भजन में स्वर अमन सिंह और संध्या ने दिया है और गीत लिखा है अभिषेक गुप्ता और अपूर्व गुप्ता ने। सहयोगी सदस्यों में अभय शंकर गौड़,अविनाश मिश्रा,नवीन अग्रवाल,शिव प्रकाश त्रिवेदी, आशीष त्रिवेदी,विवेक त्रिवेदी,स्मृति मिश्रा,सुनील त्रिवेदी,देव अग्रवाल,विनीता पांडेय,अमन नागर आदि लोग रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *