समृद्धि न्यूज। देश का हर नागरिक अपनी सेना के साथ खड़ा है। भारतीय सेना पर लोगों को गर्व है। लोग इस लड़ाई में सेना का साथ देना चाह रहे हैं और कई लोग आगे भी आ रहे हैं। इसी बीच बिहार के एक स्कूल टीचर ने तो शिक्षा विभाग को आवेदन लिख दिया। शिक्षक ने लेटर में देश के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए लिखा- मुझे सेना के अभियान में सहयोग देने के लिए अनुमति दी जाए। शिक्षक का यह पत्र अब सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है। वहीं मध्यप्रदेश के ट्रक एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने सराहनीय पहल की है। इंदौर और ग्वालियर में मौजूद ट्रक एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने ऐलान किया है कि देश की सेवा के लिए उनके हजारों ट्रक बिल्कुल तैयार खड़े हैं। इसके लिए ट्रक ड्राइवरों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई है।जानकारी के मुताबिक, पत्र लिखने वाले टीचर का नाम है वैभव किशोर, उन्होंने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ0 एस सिद्धार्थ को आवेदन के जरिए यह बताया है कि वह कैमूर के अधौरा में अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। शैक्षणिक प्रशिक्षण के साथ-साथ कुछ चीजों की ट्रेनिंग अलग से ली है। अपने आवेदन में उसने जिक्र किया है कि एनसीसी सी सर्टिफिकेट में बीईई ग्रेड प्राप्त किया है। इसके अलावा दो साल रोवर/रेंजर्स का प्रशिक्षण भी लिया है। साथ ही एनएसएस एनएसएस का भी प्रशिक्षण लिया है।
पीएम अनुमति दें. हम भेज देंगे हजारों ट्रक
वहीं भारत-पाक तनाव के बीच मध्यप्रदेश के ट्रक एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने सराहनीय पहल की है। इंदौर और ग्वालियर में मौजूद ट्रक एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने ऐलान किया है कि देश की सेवा के लिए उनके हजारों ट्रक बिल्कुल तैयार खड़े हैं। इसके लिए ट्रक ड्राइवरों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई है। इंदौर ट्रक एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने तो पीएम मोदी को बकायदा पत्र लिखकर युद्ध में सेना को हर संभव मदद देने की बात कही है। एसोसिएशन ने कहा है कि उन्होंने करगिल युद्ध के दौरान एक हजार ट्रक सेना को उपलब्ध कराए थे। इस बार भी वे जितनी जरूरत पड़े उतने ट्रक सेवा में लगाने को तैयार है।
7 हजार ट्रक सेना की सहायता के लिए तैयार
दूसरी तरफ ग्वालियर के ट्रक ऑपरेटर यूनियन ने भी ऐलान किया है कि उनके 7 हजार ट्रक सेना और सरकार की मदद के लिए तैयार खड़े हैं। ट्रांसपोर्ट यूनियन के सुनील माहेश्वरी और राजीव मोदी ने बताया कि उनके यूनियन के पास 7 हजार ट्रक मौजूद हैं। हमने अपने सभी ड्राइवर्स को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि देश हित में जरूरत पडऩे पर हम हर संभव मदद के लिए तत्पर हैं। हमें बस सरकार और सेना के आदेश का इंतजार है। हम आपातकालीन परिस्थितियों में सदा ही सेवा और सहयोग देते रहे हैं। हमने कोरोना काल में खुलकर जिला प्रशासन की मदद की मदद की थी और अब फिर हम अलर्ट पर हैं।