फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूपीएसडीएमए) द्वारा जनपद की तीनों तहसीलों में राज्य स्तरीय बाढ़ मॉक अभ्यास का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया। यह अभ्यास प्रदेश के 44 जनपदों की 118 बाढ़ संभावित तहसीलों में एक साथ किया गया। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ले0 जे0 योगेंद्र डिमरी ने जनपद से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी जनपदों के कार्यवाही की समीक्षा किया एवं बताया कि इस अभ्यास का उद्देश्य बाढ़ की आपात स्थिति में विभिन्न विभागों के समन्वय, संसाधनों की तत्परता एवं ग्राम से राज्य स्तर तक की प्रतिक्रिया प्रणाली का परीक्षण करना था।सुबह 9:00 बजे से सभी जिलों के डीईओसी और तहसीलों से जुडऩे के बाद 9:30 बजे से कार्यवाही शुरू की गई। जनपदों ने बाढ़ आने के कारण गांवों के जलमग्न होने, लोगों के पेड़, छतों पर फंसे होने, नकली समाचार व अफवाहों, नाव पलटना, पुल और सडक़ों के टूटने जैसी 5 प्रमुख परिदृश्यों पर कार्यवाही की। राहत शिविर, बाढ़ चौकी, फील्ड हॉस्पिटल की व्यवस्था का भी प्रदर्शन किया गया।
योजना भवन लखनऊ से वीडियो कॉन्फे्रंसिंग के माध्यम से राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के वरिष्ठ सलाहकार ब्रिगेडियर रवींद्र गुरुंग के द्वारा सभी जनपदों एवं तहसीलों के गतिविधियों का संचालन कराया गया। अभ्यास में जिलों के प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य, एनडीआरएफ/ एसडीआरएफ एवं अन्य विभागों की सक्रिय भागीदारी रही। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने जनपद की दो तहसील फर्रुखाबाद और अमृतपुर के चाचूपुर जटपुरा और कटरी धर्मपुर की कार्यवाहियों का निरीक्षण भी किया। अंतिम सत्र में उपाध्यक्ष द्वारा वीडियो कॉन्फे्रंसिंग के माध्यम से सभी जनपदों द्वारा की गई मॉक अभ्यास की समीक्षा, अनुभवों, खामियों एवं सुधार की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा किया। यह अभ्यास राज्य की आपदा प्रतिक्रिया व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम रहा, जिससे वास्तविक आपातकाल में जनहानि को न्यूनतम किया जा सके। इस अवसर पर उपाध्यक्ष के साथ प्रशान्त कुमार, प्रोजेक्ट एक्सपर्ट, यूपीएसडीएमए, आपदा विशेषज्ञ फर्रुखाबाद आयुष्मेंद्र परिहार व सभी संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने तीनों तहसीलों में कराया राज्य स्तरीय बाढ़ मॉक अभ्यास
