उन्नाव, समृद्धि न्यूज। सदर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मदाऊ खेड़ा में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक किशोर को महज इसलिए अपनी जान गंवानी पड़ी क्योंकि उसने एक कुत्ते के भौंकने पर विरोध कर दिया था। बात इतनी बढ़ी कि अपमान की सारी हदें पार कर दी गईं—किशोर ऋतिक को आरोप है कि कुत्ते के मालिक ने जबरन पैरों पर नाक रगड़वाई, और इस अपमान से आहत होकर उसने जहर खा लिया।
ऋतिक 17 वर्ष जो 17 अक्टूबर को हिंदू खेड़ा गांव से गुजर रहा था, तभी विशंभर नाम के शख्स के घर के बाहर मौजूद पालतू कुत्ते ने उसे देखकर भौंकना शुरू कर दिया। जवाब में किशोर ने आपत्ति जताई, लेकिन बात इतनी बिगड़ी कि अगले ही दिन विशंभर अपने दोस्तों अमन और अभिषेक के साथ ऋतिक के घर पहुंचा। वहां कथित तौर पर ऋतिक को प्रताड़ित किया गया और बेइज्जती की सारी सीमाएं पार करते हुए पैरों पर नाक रगड़वाने जैसा शर्मनाक कृत्य किया गया।
18 अक्टूबर को विवाद के कारण अपमान, से क्षुब्ध होकर ऋतिक ने 19 अक्टूबर को कीटनाशक खा लिया। पहले जिला अस्पताल, फिर प्राइवेट अस्पताल, और फिर हैलेट अस्पताल ले जाते समय उसकी रास्ते में मौत हो गई।
मृतक के चाचा श्रवण की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने मुख्य आरोपी विशंभर व उसके दो साथियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 108 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। क्षेत्राधिकारी नगर दीपक यादव ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए गहन जांच की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
