फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। कन्या प्राथमिक विद्यालय बुढऩामऊ विकास खण्ड क्षेत्र बढ़पुर में स्वतंत्रता की अमृतकाल के अवसर पर बोधिसत्व बाबा साहब डॉ0 भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई, साथ ही प्रभात फेरी निकाली गई। बच्चों ने हाथों में तख्तियां लेकर नारे लगाये। प्रधानाध्यापक नानक चन्द्र ने कहा कि भारत का संविधान भारत के नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों को परिभाषित करता है। डॉ0 अंबेडकर द्वारा बनाया गया भारत का संविधान 2 वर्ष 11 महीने 18 दिन में बनकर तैयार हुआ था, जो संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को संविधान को अपनाया था और यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। जिसकी उद्देशिका में ही लिखा है कि हम भारत के लोग भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न, सामान, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, निष्ठा और अवसर की समानता प्राप्त करने के लिए तथा उन सब में व्यक्त की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सूचित करने वाली जनता बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्प होकर इस संविधान सभा में अधिनियमित आत्म समर्पित करते हैं कि भावना है। भारत का संविधान लोकतांत्रिक शासन की व्यवस्था करता है, जिसमें लोगों द्वारा चुने गए प्रतिनिधि सरकार चलाते है भारत में संसदीय प्रणाली की सरकार है, जिसमें लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य लोगों द्वारा चुने जाते हैं। संविधान में नागरिकों के मौलिक अधिकारों की गारंटी दी गई है, जैसे कि समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार और धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार प्राप्त होता है। भारत का संविधान सभी नागरिकों को समानता और न्याय का अधिकार देता है। अध्यक्ष मनोज, सहायक अध्यापक फरजाना अंजुम, नेहा मिश्रा, संगीता किरण अग्निहोत्री, रमेश चंद्र आदि ने विचार व्यक्त किए।
भारत का संविधान लोकतांत्रिक शासन की व्यवस्था करता है: नानक चन्द्र
