थानाध्यक्ष निभाते रहे जिम्मेदारी, डायल 112 सिपाही ने तोड़ी नियमों की मर्यादा
कंपिल। नागरिक सुरक्षा की ओर से आयोजित ब्लैक आउट मॉक ड्रिल के दौरान कंपिल कस्बे में दो अलग-अलग तस्वीरें देखने को मिलीं। एक ओर जहां कंपिल थानाध्यक्ष सड़क पर निकलकर रात 9:00 बजे से 9:10 बजे तक लोगों को लाइट बंद रखने की अपील करते रहे और वाहनों को रोककर उनकी हेडलाइट बंद करवाते रहे, वहीं दूसरी ओर डायल 112 पर तैनात एक सिपाही ने ड्रिल के उद्देश्यों की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाईं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कंपिल चौराहे पर डायल 112 की गाड़ी की लाइट जल रही थी। उसी दौरान उक्त सिपाही एक दुकान से सिगरेट खरीदते नजर आया और दुकानदार से दुकान की लाइट जलवाकर सामान खरीदा। यह सब तब हुआ जब पूरे कस्बे में अंधेरा बनाए रखने का आह्वान किया गया था ताकि आपात स्थिति में लोगों की तैयारियों और अनुशासन का आंकलन किया जा सके।
स्थानीय नागरिकों में इस घटनाक्रम को लेकर नाराजगी देखी गई। लोगों का कहना है कि जब जिम्मेदार सुरक्षा कर्मी ही नियमों की अनदेखी करेंगे, तो आम जनता से किस तरह की उम्मीद की जा सकती है।
अब देखना होगा कि जिला प्रशासन इस लापरवाही पर क्या कार्रवाई करता है और क्या भविष्य में ऐसे मॉक ड्रिल्स को अधिक गंभीरता से लिया जाएगा।