शिकोहाबाद: शिकोहाबाद के नगला पोहपी में कुएं में गिरे मोबाइल को निकालने बारी-बारी कुएं में उतरे चचेरे भाई धु्रव कुमार, अजय कुमार एवं अजय का चाचा चंद्रवीर कुएं में जहरीली गैस होने के चलते बेहोश हो गए थे। उनको कुएं से बाहर निकालने के लिए ग्रामीणों समेत प्रशासनिक अमला भी मौके पर आ गया था, लेकिन जहरीली गैस के कारण तीनों की मौत हो गयी। ग्रामीणों ने बताया कि अजय अपने ससुर के फोन से बात कर रहा था। इसके बाद वहीं बैठकर गेम खेलने लगा। उसी दौरान अचानक उसके हाथ से फोन छूटकर कुएं में जा गिरा। धु्रव फोन को निकालने के लिए कुएं के अंदर रस्सी पकडक़र चला गया, लेकिन काफी देर तक वह बाहर नहीं आया। कुछ देर बाद अजय का चाचा चंद्रवीर भी मौके पर आ गया। धु्रव को कुएं से बाहर निकालने के लिए अजय रस्सी पकडक़र अंदर चला गया। वह भी बेहोश हो गया। दोनों भतीजों के बेहोश होने पर चंद्रवीर रस्सी पकडक़र कुएं के अंदर जा पहुंचा, लेकिन वह भी बेहोश हो गया। काफी देर तक जब तीनों अपने-अपने घरों पर नहीं पहुंचे, तो परिजनों को चिंता सताने लगी। परिजन खोजबीन करते हुए कुएं के पास पहुंचे जहां सभी के होने के सभांवना के चलते पुलिस व आलाधिकारियों को सूचना दी गई। प्रशासनिक अधिकारियों ने तत्काल ही फायर ब्रिगेड की टीम को भी मौके पर बुला लिया। घटना की जानकारी मिलने पर शिकोहाबाद फायर ब्रिगेड प्रभारी बृजेश कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर आ पहुंचे, लेकिन जैसे ही फायरकर्मी को ऑक्सीजन सिलिंडर लगाकर कुएं में प्रवेश करने के लिए भेजा गया। वैसे ही सिलिंडर से गैस का रिसाव होने लगा। एडीएम विशु राजा, एसडीएम डॉ0 गजेंद्र सिंह समेत तमाम पुलिसकर्मियों एवं खुद अग्निशमन प्रभारी बृजेश कुमार ने सिलिंडर को ठीक करने का प्रयास किया, लेकिन रिसाव जारी रहा। ऐसे में कुएं से तीनों को बाहर निकलवाने में लगभग दो घंटे की देरी हो गई। कुएं में ऑक्सीजन का स्तर पता करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने मोमबत्ती को अंदर भेजा, लेकिन 10 फुट नीचे जाते ही मोमबत्ती बुझने लगी। ऑक्सीजन का स्तर की जांच करने के बाद ही फायरकर्मी नीचे गया। उसने पहले चंद्रवीर को बाहर निकाला। इसके बाद उसकी भी तबीयत बिगड़ गई। दूसरे कर्मचारी ने धु्रव को बाहर निकाला। जिसके बाद दूसरे फायरकर्मी की भी तबीयत बिगडग़ई। इसके बाद अजय को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। तीनों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
अपर जिलाधिकारी विशु राजा ने बताया कि यह कुआं परिवार के पूर्वजों की संपत्ति है। संभावना है कि लंबे समय से उपयोग में न होने के कारण कुएं में मीथेन गैस बन गयी थी। जिससे दम घुटने से उनकी मौत हुई, शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पूरे मामले की जांच जारी है।
कुएं से मोबाइल निकालने की कोशिश में तीन की गई जान, कुएं में थी जहरीली गैस
