(बहराइच)। कतर्नियाघाट वन रेंज भरथापुर गांव में हाथियों का कहर लगातार जारी है। रविवार की रात नदी पार कर पहुंचे टस्कर हाथी ने रातभर उत्पात मचाया और 21 फूस के घरोंं को क्षतिग्रस्त कर दिया। ग्रामीण रात भर ढ़ोल व थाली बजाकर हाथी को भगाने के प्रयास में जुटे रहे। कतर्नियाघाट रेंज के भरथापुर गांव में बीते कई दिनों से जंगली हाथियों का उत्पात जारी है। सोमवार की रात लगभग 10 बजे एक टस्कर हाथी ने गांव में दस्तक दी। हाथी ने गांव निवासी सुरेश, राम नाथ, जमुना प्रसाद, तेकराम, मिश्री लाल, कलावती, मुन्ना लाल, राज कुमार, रमेश, मदन लाल, घनश्याम, तारा देवी, बिंदु, कंगला, रोशनलाल, मनोहर, संजय, शिवा, राधेश्याम, प्रमोद, विनोद व रद्धू के फूंस के घरों को ढहा दिया। हाथी के डर से गांव में अफरातफरी रही और ग्रामीण इधर उधर भटकते रहे। ग्रामीणों ने ढ़ोल व थाली बजाने का प्रयास किया लेकिन सुबह लगभग तीन बजे हाथी जंगल में वापस लौटा, जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली। ग्राम प्रधान इकरार अहमद ने बताया कि सोमवार की रात हाथी ने गांव के 21 घरों को तहस-नहस कर दिया। इससे पहले लगातार दो दिनों में 11 घरों को तोड़ा था।
हाथी ने घरों में रखे गृहस्थी के सामान को तोड़फोड़ दिया
हाथी को भगाने के लिए वन विभाग के वन क्षेत्र अधिकारी आशीष गौड़, वन दरोगा मयंक पांडे, वनरक्षक योगेश सिंह व अजय सिंह वन वचरों के साथ गेरुआ नदी के रास्ते वोट से 10:00 रात गांव पहुंचे एक तस्कर हाथी लगातार गांव में आतंक किया हुआ है सुबह लगभग 3:30 बजे जब हाथी जंगल को चला गया तब वन विभाग की टीम गांव से वापस आई है, गांव के लोग एकत्रित हो गए, सभी टॉर्च और मशाल की रोशनी के साथ ढोल और थाली बजाते हुए हाका लगाने लगे इस बीच हाथी ने घरों में रखे गृहस्थी के सामान को तोड़फोड़ दिया और घर मे रखे सारे आनाज को बिखेर कर बर्बाद कर दिया।