उन्नाव, समृद्धि न्यूज। शहर के डी. एस. एन. कॉलेज रोड स्थित गायत्री शक्तिपीठ में यज्ञ पूजन किया गया। सर्वप्रथम गायत्री मां की उपासना पूजन अर्चन साधकों ने किया। महिला मंडल द्वारा गायत्री यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ का संचालन महिला मंडल प्रमुख दीनू शुक्ला व मालती मिश्रा ने किया। यज्ञ के दौरान कहा कि गायत्री उपासना मानव जीवन की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है।
गायत्री विश्व धर्म है। गायत्री को यदि चारों वेदों के साथ तौला जावे तो वेदों से गायत्री का पलड़ा भारी होंगा जीवन में गायत्री उपासना व गायत्री यज्ञ जीवन का एक अंग मानना चाहिए। व्यवस्थापक सिद्धनाथ श्रीवास्तव (एडवोकेट) ने कहा कि गायत्री मां उपासना एवं yagy करने से जीवन में सुख – शांति आती है। गायत्री माता की उपासना से दुख दूर होते है। गायत्री भारतीय संस्कृति की जननी और यज्ञ भारतीय धर्म का पिता है। ऋषि मुनि प्राचीन काल में असुरता निवारण हेतु बड़े बड़े यज्ञ करते थे। प्रत्येक शुभ कार्य एवं सभी संस्कार यज्ञ के साथ सम्पन्न होते है। गायत्री यज्ञ करने से पूरे विश्व का कल्याण होता है। गायत्री परिवार ग्रहे ग्रहे यज्ञ का आयोजन करने का अभियान चला रहा है। देश विदेश में करोड़ों गायत्री साधक द्वारा प्रचारात्मक एवं रचनात्मक कार्यक्रमों से युग ऋषि के संदेश को घर घर पहुंचा रहे है। गायत्री यज्ञ में विश्वास त्रिपाठी,ईश्वरानंद बाजपेई,जगदेव शर्मा ,मीरा तिवारी,सुनीता त्रिपाठी,सुदामा,राजवती शुक्ला,अंश मिश्रा,अशोक राय,अशोक दीक्षित, कृष्णा,संतोष,राम जी,सुशील जायसवाल,आंशिक तिवारी,प्रियंका,तिलक श्रीवास्तव आदि रहे।
गायत्री मां की उपासना व यज्ञ करने से जीवन में आती सुख शांति
