देव दीपावली काव्योत्सव समारोह में साहित्यकार हुए सम्मानित

फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। साहित्यिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था वाणी विनायक संस्था तत्वावधान में देव-दीपावली काव्योत्सव का आयोजन किया गया।
घुमना बाजार स्थित राधा गोपाल मंदिर के सभागार में कन्हैयालाल पाण्डेय की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि राष्ट्रीय कवि डॉ0 शिवओम अम्बर, निदेशक राज गौरव पाण्डेय, डॉ0 संतोष पाण्डेय, कानपुर से आए हास्य कवि अमित ओमर आदि ने सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।
मुख्य अतिथि राष्ट्रीय कवि डॉ0 शिवओम अम्बर ने देव-दीपावली के महत्व को दर्शाते हुए कहा कि पृथ्वी पर स्वर्ग की सुषमा के अवतरण का पर्व है, यह हमारी जिंदगी में दिव्यता को आमंत्रण का अवसर है। मृतिका की देह में जगती हुई, ज्योति का जय गान है, दीपावली पंक्तियां पढ़ीं। अध्यक्षता कर रहे राष्ट्रीय कवि डॉ0 संतोष पाण्डेय ने कहा बुझे न जलकर दीप, दीप में इतना नेह भरो, ज्योति पर्व दे रहा संदेशा, अंतर-कलुष हरो पंक्तियां पढ़ीं। कानपुर से आए राष्ट्रीय हास्य कवि अमित ओमर ने न तेरे भाई न ही डैड से मैं डरता हूँ, जानेमन बस कभी होना न सैड डरता हूँ, चाहता मैं भी हूँ घूमा दूँ तुम्हे पूरा शहर, योगी के रोमियो स्क्वाड से मैं डरता हूँ पंक्तियां पढ़ीं। फतेहपुर से आए ओज कवि राहुल कश्यप ने आयाम गढऩे होंगे स्वयं हर मार्ग में अवरोध है, शैल भी चढऩे होंगे, स्वयं भावों में प्रति शोध है, हो भयावह काल भी कितना अमिट छाप देंगे बनो काल के भी काल अब बस यही अनुरोध है मुक्तक पढ़ा। कानपुर से आए हास्य कवि अंशुमान दीक्षित ने जो मिला नहीं मुझको, उसी का अभिलाषी हूं। स्मृति अग्निहोत्री ने इस जगत गुरु की माटी को मेरा शत-शत कोटि नमन गीत पढ़ा। राम शंकर अवस्थी अबोध आधुनिक श्रवण ने मां बाप को घर से निकाला है, कहीं पे खीर पूड़ी है कहीं सूखा निवाला है। कृष्णकांत अक्षर त्रिपाठी ने संकल्प है इस राष्ट्र का गौरव पुन: लौटाएंगे, राष्ट्र के हित में जिएंगे राष्ट्र हित में मर जाएंगे। दिलीप कश्यप ने त्याग प्राण भारती के लाल नहीं करते काव्य पाठ किया। कार्यक्रम के स्वागताध्यक्ष राकेशा नन्द ने अतिथि देवों भव: की परम्परा को साकार करते हुए सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम की व्यवस्था राज दीपक पाण्डेय, संध्या पाण्डेय, अनूप अंकुर सक्सेना, मनोज कश्यप, दीपक शुक्ला, रितुल वर्मा, रामजी वर्मा आदि ने संभाली। देवों को प्रसन्न करने के लिए 251 दीपों को प्रज्वलित किया गया। डॉक्टर जितेंद्र यादव को चिकित्सा, महेशपाल सिंह को साहित्य, उपकर मणि को पत्रकारिता, नलिन श्रीवास्तव को सुधी श्रोता, नवीन मिश्रा नब्बू को अभिनय, अर्पण शाक्य को शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने के लिए सम्मानित किया जाएगा। संचालन वैभव सोमवंशी ने किया। राज गौरव पाण्डेय ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर सरिता पाण्डेय, संध्या पाण्डेय, दीपक शुक्ला, विशाल श्रीवास्तव, रत्नेश रत्न, आदित्य दीक्षित, नारायण दत्त, निमिष टंडन, रीति शुक्ला, प्रवीण अवस्थी, शैली दिवाकर, रितुल वर्मा, राम वर्मा, अनूप, आदि लोग मौजूद रहे।

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