शमशाबाद, समृद्धि न्यूज। गंगा कटरी क्षेत्र में दर्जनों गांवों तथा सैकड़ो किसानों की हजारों बीघा फसलों को विनाशकारी बाढ़ से बचाने के लिए अधिवक्ता ने डीएम को पत्र सांैपकर पक्का बांध बनवाये जाने की मांग की।
ढाई घाट शमशाबाद की गंगा नदी जिसकी परधि में लगभग सैकड़ों गांव जो हर वर्ष गंगा में आने वाली विनाशकारी बाढ़ में बर्बाद हो जाते है। गांव के गांव जलमग्न हो जाते है। आने-जाने वाले रास्ते भी बंद हो जाते है। हजारों बीघा फसलें भी जलमग्न होकर बर्बाद हो जाती है। किसानों को हर वर्ष बाढ़ की तबाही में हजारों लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ता है। गांव गुटैटी दक्षिण निवासी अधिवक्ता विमलेश कुमार ने सोमवार को समाधान दिवस कायमगंज में जिलाधिकारी को पत्र पत्र सौंपा। जिसमें कहा कि गंगा कटरी क्षेत्र के दर्जनों गांव जो हर वर्ष बाढ़ की तबाही में बर्बाद हो हो जाते हैं। यहां तक की ग्रामीण क्षेत्र के किसानों की हजारों बीघा फसले भी बाढ़ की चपेट में आने से बर्बाद हो जाती सडक़ों पर भी आवागमन लगभग ठप्प हो जाता है। विनाशकारी बाढ़ के कारण गंगा कटरी क्षेत्र के अधिकांश किसान आर्थिक तंगी के शिकार है, बच्चों को अच्छे स्कूलों में पढ़ा नहीं पाते हैं कही न कही आर्थिक तंगी आड़े आ जाती। शिकायती पत्र में यह भी कहा गया तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा मौजा गंगलई की गाटा संख्या 05 में पुलिया का निर्माण तथा ढाई घाट पक्के पुल से समौचीपुर चितार, पैलानी दक्षिण, होते हुए मुंशी नगला, भगवानपुर तक पक्का बांध बनवाये जाने का ग्रामीणों को आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। ढाई घाट से जलालाबाद संपर्क मार्ग पर मौजा गंगलई के गाटा संख्या 05 में पक्की पुलिया निर्माण तथा ढाई घाट पुल से मौजा सुलेमपुर होते हुए समुचीपुर चितार पैलानी दक्षिण बांसखेड़ा तथा भगवानपुर ग्राम पंचायत के मुंशी नगला तक पक्के बांध का निर्माण कराया जाए तो कटरी क्षेत्र के सैकड़ो गरीब मजदूर किसानों की बर्बादी रुक सकती है। अधिवक्ता ने पुलिया निर्माण के साथ पक्का बांध बनवाए जाने की मांग की।
अधिवक्ता ने डीएम को पत्र सौंपकर पक्का बांध बनवाये जाने की मांग
