उन्नाव। बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र में फौजी की पत्नी व उसके दो बच्चों की बीती रात कमरे में जल रही अंगीठी के धुएं से दम घुटने से मौत हो गई। घटना की जानकारी तब हुई जब फौजी ने फोन मिलाया तो कोई जवाब नहीं मिला। भाई ने पहुंच कर दरवाजा तोड़ा तो कमरे का दृश्य देख होश उड़ गए। भाई ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस जांच के बाद शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कटरा निवासी सूबेदार आलोक सिंह की पत्नी नीतू 35 वर्ष और दो बच्चों की मौत हो गई। आलोक फौज में बाहर तैनात है। मृतका नीतू सिंह अपने सात वर्षीय बेटे वैभव और चार वर्षीय बेटी वैष्णवी के साथ रहती थी। घटना का खुलासा तब हुआ जब सूबेदार आलोक सिंह ने अपनी पत्नी को कई बार फोन किया। लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जिससे उन्होंने फतेहपुर चौरासी थाना क्षेत्र के मुन्नीखेड़ा गांव निवासी अपने परिजन को जानकारी दी । मौके पर पहुंचे उनके छोटे भाई पंकज को घर का गेट बंद मिला। उन्होंने छत के रास्ते घर में प्रवेश किया और अंदर के दरवाजे को तोड़कर कमरे में पहुंचे। कमरे में एक दिल दहला देने वाला दृश्य था। नीतू और दोनों बच्चे मृत अवस्था में पड़े मिले। प्रारंभिक जांच में पता चला कि तीनों की मौत कमरे में जली अंगीठी से निकले जहरीले धुएं से दम घुटने के कारण हो गई है। मौके पर पहुंचे सीओ बांगरमऊ अरविंद कुमार और कोतवाली प्रभारी राजेश पाठक ने मामले की जांच शुरू की है।