आधुनिक सुविधाओं के उपकरण दिलाने का दिया था भरोसा
शिकायत लेकर पहुंचे संतों को पुलिस ने थाने से किया चलता
शमशाबाद, समृृद्धि न्यूज। ढाईघाट शमशाबाद में रामनगरिया मेला आजकल अपने सबाब पर है। यहां सैकड़ों की संख्या में साधु संत, श्रद्धालु ओर व्यापारी कल्पवास करने लगे हैं। सुबह उठकर गंगा स्नान तथा गंगा मैया की चरण वंदना से ऐसा लगता जैसे जंगल में मंगल हो गया हो। बताते है ढाई घाट शमशाबाद में कल्पवास करने वाले सैकड़ों साधु बुनियादी सुविधाओं से जूझ रहे हैं, लेकिन यहां कोई संतों के भी साथ फ्रॉड करेगा यह किसी ने सोचा भी नहीं था। बताते हैं कुछ दिन पूर्व यहां एक व्यक्ति आया जिसने अपने आप को फौजी बताया। उसने यह भी बताया वह एटा जनपद की थाना जसरतपुर अलीगंज का रहने वाला है। उसने अपना मोबाइल नंबर भी दिया और कहा वह साधु संतों को बहुत सस्ती कीमतों पर कुछ आवश्यक बुनियादी सुविधाओं से संबंधित उपकरण व कुछ अन्य वस्तुओं को उपलब्ध कराना चाहता है। इसके लिए साधु संतों को प्रति व्यक्ति 750 रुपए जमा करना होगा। बताते है फर्जी फौजी बनकर साधुओं को ठगी का शिकार बनाने वाले व्यक्ति ने यह भी बताया वह 13 तारीख को सभी लोगों को आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करा देगा। जिसमें गैस सिलेंडर, गैस चूल्हा, कंबल, राशन, सूर्य लाइट, बैटरी तथा 5 बर्तन होंगे। सभी संतों ने फर्जी फौजी की बातों पर भरोसा कर रुपए दे दिए। इसके बाद उसने खबर नहीं ली। बताते हैं संतों को शक तब हुआ जब उन्होंने फर्जी फौजी द्वारा उपलब्ध कराए गए फोन नंबर से संपर्क करना चाहा, मगर फोन नहीं मिला। संतो के अनुसार लगभग आधा सैकड़ा साधु संतों से 750 रूपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से हजारों की नकदी दी गयी थी। इसके बाद संत थाने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें चलता कर दिया। जिससे साधु संतों में रोष देखा गया। ठगी के शिकार होने वाले संतों में अशोक दास, सोबरन दास, माधव दास, गंगादास, कमला दास, बाबू दास, जीवाराम दास, जलेबी दास, हरिदास, ठाकुरदास, नाम चेतन महाराज, अशोक दास, माया देवी, अमर दास, भरत दास, नारायण दास सहित लगभग आधा सैकड़ा संत बताए गए हैं।