बिना कार्य के ही हो रहा सरकारी धन का बंदरबांट, एपीओ मौन
दो बार की जगह एक बार ही अपलोड हो रही मनरेगा मजदूरों की हाजिरी
शमशाबाद, समृद्धि न्यूज। शमसाबाद विकास खंड की ग्राम पंचायत बल्लू बेहटा में राकेश के खेत से महिमा चंद्र के खेत तक चकरोड पर मिट्टी का कार्य होना दर्शाया जा रहा है। ये कार्य पिछले कई दिनों से कागजों में ही चल रहा है। इस कार्य में 56 मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी प्रधान द्वारा मनरेगा पोर्टल पर अपलोड कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। सबसे मजेदार बात तो यह है कि इस कार्य में 27 महिला मजदूरों की भी फर्जी हाजिरी मनरेगा पोर्टल पर अपलोड की जा रही है। जब इस संबंध में कार्य करने वाली महिलाओं से बात की गई, तो उन्होंने आश्चर्यचकित होकर कहा कि उन्हें घर के चूल्हे चौके से ही फुर्सत नहीं है, तो वह मजदूरी कहां से करने जायेंगी। उन्होंने बताया कि प्रधान व उसके प्रतिनिधि कुंदन द्वारा फर्जीबाड़ा किया जा रहा होगा। वह कहीं भी मजदूरी करने नहीं जातीं हैं। इस संबंध में जब गांव के ग्रामीणों से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने आज तक किसी भी मजदूर को इस जगह काम करते हुए नहीं देखा है। उन्होंने बताया कि मेट मंगला व ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कुंदन के द्वारा दो चार लोगों को खड़ा कर फोटो खींच लिया जाता है और फोटो खींचने के बाद वापस कर दिया जाता हैं। जब हकीकत में मौके पर जाकर देखा गया तो वहां कहीं पर भी एक भी फावड़ा मिट्टी नजर नहीं आई। सबसे आश्चर्यजनक बात ये है कि जब धरातल पर कार्य ही नहीं हो रहा है तो फिर मनरेगा पोर्टल पर मज़दूरों की हाजिरी अपलोड क्यों की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ कार्य के दिन में दो बार मनरेगा मजदूरों की हाजिरी अपलोड होने का नियम है, लेकिन हाजिरी फर्जीवाड़ा कर एक बार ही अपलोड होना अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहा है। इससे साफ तौर पर जाहिर होता है कि एपीओ कुलदीप यादव द्वारा मौके पर जाकर कभी भी हकीकत से रूबरू होना मुनासिब नहीं समझा जाता है। जिससे भ्रष्टाचारियों द्वारा लगातार भ्रष्टाचार को अंजाम देकर सरकारी धन का बंदरबांट कर सरकार को ठेंगा दिखाया जा रहा है।
मनरेगा के धन को जमकर लूट रहा बल्लू बेहटा का ग्राम प्रधान
