(संवाददाता, अनुज कुमार )
कार्यकर्ताओं ने विरोध करते हुए राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। मथुरा में भीम आर्मी के संस्थापक व नगीना सांसद चन्द्रशेखर आजाद पर हुए हमले के विरोध में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कलेक्टे्रट पहुंचे और राष्ट्रपति सम्बोधित ज्ञापन संबंधित अधिकारी को सौंपा। प्रदेश में लगातार हो रही जातिगत हिंसा, महिलाओं पर अत्याचार और दलित, पिछड़े तथा अल्पसंख्यक समाज के कमजोर लोगों पर बढ़ते जुल्मों के विरुद्ध हमें संगठित होकर आवाज उठानी होगी।
दिये गये ज्ञापन में दर्शाया कि विगत 15 दिनों में अकेले मथुरा जनपद में तीन गंभीर घटनाएं हुई हैं। मार्च की पहली तारीख को ही मेरठ जिले के सरधना थाना क्षेत्र के कालिंदी गांव में दलित समाज की एक बारात पर हमला कर दिया गया और कासगंज में घर में घुसकर नाबालिग दलित बच्ची की हत्या कर उसकी बड़ी नाबालिग बहन को उठा ले गए। इन घटनाओं से पूरे प्रदेश के गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों में भय का माहौल व्याप्त हो गया है। 28 फरवरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष मथुरा जनपद के पीडि़तों से मिलने पहुंचे थे, लेकिन थाना सुरीर के पास उनके काफिले पर सुनियोजित तरीके से हमला किया गया। हमले के दौरान पथराव किया गया, गाडिय़ों को तोड़ा गया और कार्यकर्ताओं को गंभीर चोटें आईं, जबकि पुलिस प्रशासन मौके पर मौजूद होने के बावजूद हमलावरों को रोकने में पूरी तरह विफल रहा। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पुलिस अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन उसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। लौटते समय भी काफिले पर दोबारा हमला हुआ। भाजपा सरकार में गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को न्याय नहीं मिल रहा है। प्रदेश के अन्दर जंगलराज है। गहिलाओं पर अत्याचार बढ़ता ही जा रहा है। ऐसी स्थिति को देखते प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने की मांग की गई है और मथुरा घटना की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों पर कार्यवाही की मांग की है। इस दौरान अतुल कठेरिया, रजनेश गौतम, वीर सिंह गौतम, राजीव, पुष्पेन्द्र कुमार, शेर सिंह, अमरकांत, जयद्रथ कुमार आदि लोग मौजूद रहे।