समृद्धि न्यूज। छत्तीसगढ़ के कबीरधाम कवर्धा जिले में पुलिस ने एक फर्जी डिप्टी कलेक्टर को उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया हैं। तीनों आरोपी बीते रविवार जिला कार्यालय कवर्धा फेक डिप्टी कलेक्टर, स्टेनो और ड्राइवर को बनकर निरीक्षण करने पहुंचे थे। 8 जून की रात गिरफ्तार तीनों आरोपी कवर्धा जिला कार्यालय पहुंचे और खुद को डिप्टी कलेक्टर, स्टेनो व ड्राइवर बताकर कलेक्टर कार्यालय की निगरानी की बात कही। सुरक्षाकर्मी को उनके संदिग्ध रवैये पर शक हुआ और तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दे दी। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया।
कोतवाली पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला वे शराबी है और नशे की हालत में थे। मुख्य आरोपी का नाम शमी सिंह ठाकुर है, जो अपने आपको डिप्टी कलेक्टर बता रहा था। वह दुर्ग जिले का रहने वाला है। उसके पास से राजस्व विभाग में काम करने का एक आईडी कार्ड बरामद हुआ है। जिसे देखकर लग रहा है कि सील व साइन फर्जी है। पुलिस ने अपने स्तर में दुर्ग जिला प्रशासन से इस संबंध में जानकारी ली गई, तो उनके द्वारा इस नाम कोई भी कर्मचारी किसी भी पद पर कार्यरत न होने की जानकारी दी गई है।
वहीं दूसरा शुभलाल राजपूत पिता देवी सिंह राजपूत निवासी पटेवा थाना घुमका, जिला राजनांदगांव खुद को ड्राइवर और दुर्गेश सिंह राजपूत पिता लाल सिंह राजपूत निवासी खैरबना कला, थाना कवर्धा फर्जी स्टेनो बता रहा था। इन्होंने जिला कार्यालय में अपने आप को प्रशासनिक अधिकारी बताकर गुमराह किया और अधिकारियों और कर्मचारियों को भ्रमित करने का प्रयास किया। उक्त कृत्य से प्रशासनिक व्यवस्था में अवांछित हस्तक्षेप और जनता को भ्रमित करने की साजिश की पुष्टि हुई है।
फर्जी डिप्टी कलेक्टर, कथित ड्राइवर और स्टेनो को पुलिस ने पकड़ा
