प्रधान को ही बताया जाता है भ्रष्ट, बांकी सिस्टम क्यों नहीं?
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। दबंगों द्वारा चकरोड काटकर मजाक उड़ाने तथा जिला प्रशासन का सहयोग न मिलने के कारण कार्य अधूरे रहने से क्षुब्ध बढ़पुर ब्लाक की ग्राम पंचायत गुतासी के प्रधान ने अपने पद से इस्तीफा देने दे दिया है। जिलाधिकारी को शपथ पत्र भेजा है।
जिसमें गुतासी के प्रधान आशीष मिश्रा पुत्र श्रीकृष्ण बाबू मिश्रा ने कहा कि मेरे द्वारा गांव के विकास के लिए जो भी प्रयास हो सकते थे वह मैंने किये, परन्तु मैं पूर्ण रूप से सफल नहीं हो सका। जिससे मैं आहत हूँ। उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री से प्रेरणा ली थी कि जब वह प्रदेश को एक मॉडल बना सकते हैं तो मैं अपने गॉव को क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि मैं जानता या मेरे भगवान जानते हैं कि मैंने पूरी निष्ठा से गांव का विकास किया, जो गाँव के विकास के नाम पर जीरो था, कम से कम आज गुतासी गांव को लोग जानते हैं, परन्तु सभी विभागों से पूर्ण सहयोग न मिलने के कारण आज मैं असफल होता नजर आ रहा हूँ।
प्रधान अपने गाँव के विकास के लिए दफ्तरों के चक्कर काटता। यहाँ तक की उसके फोन तक रिसीव नहीं होत, दफ्तरों में जाता तो उससे आम जनमानस की भाँति बर्ताव होता, उसके प्रार्थना पत्रों को निस्तारण की जगह धमकाया जाता कि/आपकी जाँच हो सकती, क्या ग्राम प्रधान ही भ्रष्ट है, बाकी सिस्टम सही है। उन्होंने इस्तीफे के कुछ कारण दिये है, जिसमें सहयोग न मिलने से ५ बिन्दुओं का कार्य अधूरा रह गया, जिससे असफल से महसूस करने लगा। प्रधानों का इस्तेमाल कर मनरेगा के कार्य करवा लिये अब फाइल फीड हेतु चक्कर लगवाये जा रहे है। मुख्य मार्ग को दबंगों ने बंद कर लिया और आरोप मेरे ऊपर लगाये जा रहे है। जो भी मनरेगा से चकरोड डलवाता दबंग उसे काट लेते और फिर मजाक उड़ाते है। जिला प्रशासन का सहयोग न मिलने के चलते इस्तीफा दिया है।
जिला प्रशासन का सहयोग न मिलने से क्षुब्ध गुतासी के प्रधान ने दिया इस्तीफा
