हिमानी नरवाल केसः जांच के लिए SIT गठित

हरियाणा के रोहतक जिले में सूटकेस से मिले कांग्रेस महिला कार्यकर्ता हिमानी नरवाल के शव के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है. हिमानी की मां ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा से फोन पर बात के बाद कहा कि जब तक हत्यारे गिरफ्तार नहीं होते तब तक न शव लेंगे और ना ही अंतिम संस्कार होगा. इस बीच हरियाणा पुलिस ने हिमानी की हत्या के मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है.

पुलिस ने हिमानी नरवाल की हत्या के मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. हिमाना का शव कल शनिवार को रोहतक में एक बस स्टैंड के पास एक सूटकेस में भरा हुआ मिला था. पुलिस अधिकारी ने बताया कि रोहतक पुलिस की 4 टीमें पहले से ही घटना के पीछे के अपराधियों की तलाश कर रही हैं. मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. 22 साल की हिमानी रोहतक के विजय नगर में रहती थी.

Himani Narwal Murder Mysteryदोषियों को पकड़े बगैर दाह संस्कार नहींः मां

हिमानी की मां सविता रानी ने कहा, “उन्होंने (भूपेंद्र सिंह हुड्डा) मुझे आश्वासन दिया है कि इस मामले में न्याय मिलेगा और 100 फीसदी न्याय मिलेगा. जब तक दोषियों को पकड़ा नहीं जाएगा तब तक हम दाह संस्कार नहीं करेंगे ना ही शव लेंगे. उसके कुछ जेवर जो वो पहनती थी वो भी नहीं है.” उन्होंने यह भी कहा कि जो लास्ट चैट हिमानी के फोन से हुआ वो उसके किए मैसेज नहीं हैं.

Himani Narwal Murder Mystery

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, “हरियाणा में अपराध, खासकर महिलाओं के खिलाफ अपराध, बढ़ते जा रहे हैं, जो गंभीर चिंता का विषय है.” इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि हिमानी के परिवार ने आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी के कुछ नेता थोड़े समय में ही उनके राजनीतिक उत्थान से जलन रखते थे, तो हुड्डा ने कहा, “अपराधी अपराधी होता है, चाहे वह पार्टी में हो या कोई और, अपराधी को सजा मिलनी चाहिए.”

हिमानी की मां के बयान के बाद बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा है. बीजेपी नेता अमित मालवीय ने अपने एक्स पोस्ट में इसे तंदूर कांड के बाद सूटकेस कांड बताया है. कांग्रेस ने भी उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए दोषियों को सजा की गुहार लगाई है. हिमानी का मां का कहना है कि उनकी बेटी साफ-सुथरी राजनीति करना चाहती थी, लेकिन लोग उसे दलदल में फंसाना चाहते थे. वो पिछले तीन दिनों से उनके संपर्क में नहीं थी. हिमानी के भाई ने भी बहन के लिए इंसाफ की मांग की है. बताया जा रहा है कि हिमानी नरवाल के बड़े भाई की करीब 14 साल पहले हत्या कर दी गई थी. उनकी हत्या के चार साल बाद हिमानी के पिता ने आत्महत्या कर लिया था. वो बीएसएफ में काम करते थे. उनकी मौत के बाद हिमानी की मां को उनकी जगह दिल्ली में नौकरी मिल गई. वो अपने छोटे बेटे के साथ बीएसएफ कैंप में रहने लगी. लेकिन अपनी पढाई की वजह से हिमानी रोहतक में ही रुक गई. वो विजय नगर में अपने पुश्तैनी मकान में अकेले रहा करती थी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *