हरदोई। पाली थाना क्षेत्र में एक सात वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया है।घटना से आक्रोशित ग्रामीण पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं।
पाली थाना क्षेत्र के एक गांव में रविवार को एक 7 वर्षीय बच्ची बकरी चराने गई थी। काफी देर बाद जब बच्ची घर नहीं लौटी,तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की।खोजबीन के दौरान बच्ची गांव से लगभग एक किलोमीटर दूर गन्ने के खेत में बेहोश और खून से लथपथ हालत में मिली। यह देखकर परिजनों और ग्रामीणों के होश उड़ गए।परिजन उसे लेकर घर पहुंचे और घटना की सूचना पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण कर पीड़ित बच्ची को प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल परीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। वहीं परिजनों ने गांव के ही एक युवक पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
उक्त घटना की खबर फैलते ही पूरे गांव में गुस्से का माहौल बन गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रशासन की ढीली कार्यशैली के चलते अपराधियों में कानून का कोई भय नहीं रह गया है।
परिजनों और स्थानीय लोगों ने इस जघन्य अपराध में शामिल आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक दोषियों को कठोर सजा नहीं मिलेगी, तब तक ऐसी घटनाएं रुकने वाली नहीं हैं।
नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म या छेड़छाड़ जैसे जघन्य अपराधों में आरोपियों की पहचान होते ही तत्काल कठोर कार्रवाई की जाए।
लोगों का कहना है कि यदि पुलिस अपनी जिम्मेदारी निभाए और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करे, तो ऐसी घटनाओं पर प्रभावी रोक लगाई जा सकती है।
सरकार “महिला सम्मान” और “नारी शक्ति” योजनाओं की बात तो करती है, लेकिन जब तक अपराधियों को त्वरित और कठोर सजा नहीं दी जाएगी,तब तक समाज में भय और न्याय दोनों अधूरे रहेंगे।
पाली थाना क्षेत्र में सात वर्षीय मासूम से दुष्कर्म,गांव में उबाल,
