राजेपुर, समृद्धि न्यूज। गंगा में जलस्तर बढऩे से निचले इलाके जलमग्न हो गये हैं। वहीं फसलें भी डूब गयी हैं। जिससे किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा रही हैं।
जानकारी के अनुसार बीती रात गंगा के जलस्तर में अचानक वृद्धि होनी शुरु हो गयी। जिससे मक्का, मूंगफली की फसलें जलमग्न हो गयीं। इससे किसानों को काफी नुकसान होना तय है। वहीं अमृतपुर तहसील के ग्राम तीसराम की मड़ैया में गंगा का पानी घुसने से सैकड़ों एकड़ में खड़ी फसलें खराब होने की संभावना प्रबल हो गयी है। गंगा का पानी गांव में तेजी से कटान कर रहा है। पानी ने दो दर्जन से ज्यादा मकानों को अपनी चपेट में ले लिया है। ग्रामीण पानी से होकर आवागमन कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक प्रशासन ने उनकी सुधि नहीं ली है। जिससे ग्रामीणों में जिला प्रशासन के प्रति साफ रोष देखा जा रहा है। गंगा का खतरे का निशान 137.10 मीटर पर दर्ज है, जबकि बुधवार सुबह आठ बजे गंगा का जलस्तर 136.40 मीटर दर्ज किया गया। गंगा में नरौरा बाँध से 1,16512 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। वहीं रामगंगा में खो बैराज से 2276, हरेली बैराज से 300 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिससे बाढ़ के हालत बनते जा रहे हैं। जिसको लेकर ग्रामीण में काफी चिंता है।
गंगा के जलस्तर में वृद्धि, तीसराम की मड़ैया में पहुंचा पानी
