वकीलों ने तहसील सदर में अधिवक्ता संसोधन बिल का किया विरोध

फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। तहसील सदर बार एसोशिएशन के अधिवक्ताओं ने अधिवक्ता संशोधन बिल का विरोध कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर कार्य बहिष्कार किया।

मंगलवार को बार काउंसिल ऑफ इंडिया एवं बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के संयुक्त आवाह्न पर पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार कर सरकार द्वारा लाए जा रहे अधिवक्ता संशोधन बिल नए कानून का विरोध कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। तहसील सदर के अधिवक्ताओं ने जुलूस निकाल कर तहसील सदर के सभी पटलों पर कार्य बंद कराया। इसी के साथ सब रजिस्ट्री कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर बैनामा रजिस्ट्री नहीं होने दी। अधिवक्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर जोर जुल्म की टक्कर में संघर्ष हमारा नारा है, काला कानून वापस लो, तानाशाही नहीं चलेगी, अधिवक्ता एकता जिंदाबाद आदि नारे लगाए। अधिवक्ताओं ने अध्यक्ष अतर सिंह कटियार, सचिव अतुल मिश्रा के नेतृत्व में कानून मंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार सदर श्रद्धा पाण्डेय को सौंपा।

दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि सरकार द्वारा अधिवक्ता अधिनियम 1961 की धारा 4, 9 धारा-24ए, 24बी, 26, 35ए, 49, (1) में विभिन्न आवंछित संशोधन कर व जोडक़र अधिवक्ताओं की स्वायत्तता एवं स्वतंत्रता समाप्त कर अधिवक्ता संशोधन बिल 2025 प्रस्तावित किया गया है। जिस बिल के कानून बन जाने की स्थिति में अधिवक्ताओं के हितों व अधिकारों पर भारी कुठाराघात होगा। सरकार द्वारा हठधर्मिता कर वर्षों से लंबित अधिवक्ता सुरक्षा कानून पारित न कर जानबूझ कर लंम्बित रखा जा रहा है तथा अधिवक्ताओं की आधार भूत समस्याओं अधिवक्ता चेम्बर्स, मेडिकल इंश्योरेंस, वरिष्ठ अधिवक्ताओं के पेंशन व नवीन अधिवक्ताओं को आर्थिक सहायता आदि का समाधान नहीं किया जा रहा है, बल्कि अधिवक्ताओं को कमजोर व असहाय बनाने का कूटरचित कुचक्र रचा जा रहा है जो किसी स्थिति में औचित्य पूर्ण नहीं है। इस दौरान सचिव अतुल मिश्रा, विकास सक्सेना, देव प्रकाश अवस्थी, ओम प्रकाश दुबे, संजय कटियार, राहुल दीक्षित, अतुल शाक्य, ऋषि श्रीवास्तव, सौरभ सक्सेना, विपिन यादव, कुलदीप त्रिपाठी, हेमराज राजपूत, रविनेश यादव, पंकज राजपूत, अनुज शर्मा, निखिल मिश्रा, रंजन शाक्य, प्रकाश द्विवेदी, रुख मंगल सिंह चौहान, अभिषेल शुक्ला, राजेश वर्मा, अतुल शाक्य, प्रदुम्न गुप्ता, नरेश गुप्ता, वीरेंद्र मिश्रा, पुष्पेंद्र राजपूत, दिलीप सक्सेना, आसिफ अली खान, सतेंद्र बाजपेई, अनुराग तिवारी, संजय कटियार, गोकुलेश सक्सेना आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।

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