गाजीपुर में लेखपाल को फंसाये जाने के विरोध में उतरे लेखपाल

 धरना देकर डीएम को सौंपा ज्ञापन
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के सदर तहसील अध्यक्ष महेश्वर सिंह के नेतृत्व में लेखपालों ने धरना देकर मुख्यमंत्री सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में दर्शाया कि साजिशन झूठा फंसाये जाने की नियत से शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन विजिलेंस टीम द्वारा जबरन टै्रप की कार्यवाही पर रोंक लगाये जाने की मांग की है। ज्ञापन में दर्शाया कि लेखपाल राजस्व विभाग का फील्ड कर्मचारी है, जिसका सम्बन्ध जनता से सीधे होता है। जनता की भूमि विवाद सहित अधिकांश समस्याओं से सम्बन्धित संदर्भ निस्तारण हेतु लेखपाल के पास ही आते हैं। दो पक्षों के विवाद के निस्तारण सम्बन्धी की गयी, कार्यवाही से किसी एक पक्ष का असंतुष्ट होना स्वाभाविक है। कुछ लोग काम मनमाना न होने से लेखपाल से दुश्मनी ठान लेते है और लेखपाल को क्षेत्र की राजनीति में घसीटने का भी प्रयास किया जाता है। इस प्रकार विधि विरूद्ध कार्य कराने में असफल एवं विविध कारणों से असंतुष्ट व्यक्ति लेखपालों के खिलाफ साजिश करके एण्टी करप्शन टीम द्वारा पकड़वाने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है।
एण्टी करप्शन कार्यालय द्वारा सामान्य शिकायत के आधार पर वास्तविक तथ्यों का परीक्षण किए बगैर शिकायतकर्ता को उकसाकर स्वयं बोल बोलकर शिकायती प्रार्थनापत्र लिखवाया जाता है और प्री ट्रैम जांच की कागजी औपचारिकता कर उसी दिन अथवा अगले दिन लेखपाल को फंसाने के विविध प्रयास करके गिरफ्तार कर लिया जाता है।
लेखपाल को सामने मिलने पर शिकायतकर्ता द्वारा जबरन उसकी जेब हाथ वाहन कक्ष में पैसा रख दिया जाता है। टीम द्वारा जबरन पकडक़र लेखपाल के हाथ में पैसा रखवाकर अथवा पाउडर लगाकर अथवा अपने पाउडर लगे हाथ से लेखपाल का हाथ पकडक़रए पानी के गिलास में धुलवाये जाते हैं। कई घटनाओं में हो को बिना रिश्वत स्वीकार किये द्वारा पैसा लेने के आधार पर लेखपाल ही गिरफ्तार किया जा रहा है। गाजीपुर तहसील कासिमाबाद में लेखपाल को जबरन ट्रैप की घटना कारित की गयी। जैसा कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से स्पष्ट हो रहा है है कि: सम्बन्धित लेखपाल, शिकायतकर्ता के गांव से कई 2.25 किमी दूर दूसरे गांव में अनेको ग्रामवासियों की उपस्थिति में पैमाइश कर रहा था। इसी मध्य शिकायतकर्ता ने आकर लेखपाल की जेब में पैसा डाल दिया, जिससे लेखपाल ने नाराजगी जाहिर की और बाहर निकाल कर वापस दे दिया। इतने में ही एण्टी करप्शन की टीम द्वारा लेखपाल को उठा लिया गया। इसी संबंध में लेखपालों ने धरना देकर जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाये और निर्दाेष को फंसाना बंद किया जाये। इस मौके पर, सैदमीर खां, सर्वेश कुमार, अभय त्रिवेदी, रघुवंश कुमार, अमित प्रताप सिंह, हरमुख पाल, अश्विनी सक्सेना, अंशुल प्रताप सिंह आदि बड़ी संख्या में लेखपाल मौजूद रहे।

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