समृद्धि न्यूज। मोंथा चक्रवात के मद्देनजर कृष्णा जिले में अगले दो दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इसी तरह, गुंटूर, बापटला, एनटीआर, पालनाडु और पश्चिम गोदावरी जिलों में भी भारी बारिश के आसार हैं। वहीं, आंध्र प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों में भी पूरी सतर्कता बरती जा रही है। आंध्र प्रदेश में चक्रवात मोंथा के तट से टकराने की शुरुआत हो गयी है और इसे एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। आईएमडी के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान मोन्था के आज सुबह तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है। वहीं आज शाम या रात तक मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम (काकीनाडा के आसपास) के बीच भूस्खलन की संभावना जताई गई है। इस दौरान हवा की गति 90-100 किमीध्घंटा, जो 110 किमीध्घंटा तक पहुंच सकती है। अमरावती ने चक्रवाती तूफान मोन्था के मद्देनजर आंध्र प्रदेश के कई जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें आज (28 अक्टूबर) अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इन जिलों में प्रकाशम, पलनाडु, प्रकाशम, बापटला, गुंटूर, कृष्णा, एलुरु, पश्चिम गोदावरी, पूर्वी गोदावरी, काकीनाडा, बीआर अंबेडकर कोनासीमा, एएसआर, अनकापल्ले, विशाखापत्तनम, पार्वतीपुरम, श्रीकाकुलम शामिल हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, इस दौरान 110 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति से हवाएं चल सकती हैं।
आंध्र के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने चक्रवात मोंथा के खतरों को देखते हुए अधिकारियों को आवश्यक एहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री नायडू से फोन पर बात करके चक्रवात से निपटने की तैयारियों के बारे में जानकारी ली। इसके बाद सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री नारा लोकेश को प्रधानमंत्री कार्यालय के साथ समन्वय करने के लिए भी कहा गया है। नायडू ने बताया कि प्रधानमंत्री ने चक्रवात मोंथा से निपटने के लिए राज्य को केंद्रीय सहायता का आश्वासन दिया है। वहीं तटवर्ती राज्यों में मछुआरों को अगले पांच दिनों तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। दक्षिणी राज्य आंध्र प्रदेश और पूर्वी राज्य ओडिशा के तटीय इलाकों में प्रशासन ने आपातकालीन कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दीं। खराब मौसम को देखते हुए स्कूल-कॉलेज बंद करने का आदेश भी दिया गया है। तमिलनाडु सरकार ने भी लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। अप्रैल और दिसंबर के बीच भारत के पूर्वी तट पर अक्सर चक्रवात आते हैं।
आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक प्रखर जैन ने सोमवार को बताया कि चक्रवात मोंथा के तट से टकराने की शुरुआत हो गयी है और इसे एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है, तटीय जिलों में बारिश और तेज आंधी चल रही है, जैन ने बताया कि चक्रवात टकराना शुरू हो गया है, तटीय जिलों में आंधी के साथ बारिश हो रही है। उन्होंने बताया कि जैस-जैसे यह तूफान जमीन के पास पहुंचेगा और तेज होता जाएगा। पिछले छह घंटों में चक्रवात 18 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ा और शाम तक यह विशाखापत्तनम से लगभग 560 किलोमीटर दूर था तथा आज सुबह तक इसके एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। चक्रवात मोंथा के कारण कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश और तेज हवाएं चलीं, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। चित्तूर जिले के नागरी निर्वाचन क्षेत्र में चक्रवात के प्रभाव के कारण चार दिनों से लगातार मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है। कुशस्थली नदी में बाढ़ आ जाने से सडक़ संपर्क टूट गया है, जिससे अधिकारियों को नागरी शहर और थिरुट्टानी व पल्लीपट्टू जैसे ग्रामीण इलाकों के बीच यातायात रोकना पड़ा है।
