उन्नाव, समृद्धि न्यूज। खरगौरा गांव में सरकारी ट्यूबवेल से धान की पौध सींचने के दौरान करंट फैल गया। बुधवार दोपहर 1:20 बजे हुई इस घटना में पौध खोद रहे युवक को करंट लग गया। बचाने में उसकी मां और नानी भी चपेट में आ गईं। तीनों को छटपटाते देख पास के खेत से पहुंचीं महिला भी चिपक गई। दूसरे खेत में मौजूद वृद्ध ने चारों लोगों को छटपटाते देखा तो भागकर ट्यूबवेल का स्विच बंद किया। हादसे में मां-बेटे की मौत हो गई। जबकि नानी की हालत गंभीर है। घटना के समय ट्यूबवेल ऑपरेटर मौजूद नहीं था।
जानकारी के मुताबिक, ग्राम खरगोरा थाना आसीवन निवासी रवि (35), मां माया (50) और शिवरानी बुधवार दोपहर खेत में कृषि कार्य कर रहे थे। इसी दौरान खेत की मेड़ में लगे बिजली के एक तार में करंट प्रवाहित हो गया। जिसकी चपेट में आकर रवि और माया की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि शिवरानी गंभीर रूप से घायल हो गई। जिसे सीएचसी सफीपुर ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
थानाध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने बताया कि करंट लगने से मां-बेटे की मौत हुई है, वृद्धा गंभीर है। रवि ने गांव के मनोज सिंह का खेत बंटाई पर लिया था। ट्यूबवेल लगवाने के लिए मनोज के चाचा ने विभाग को जमीन दान दी थी। सिंचाई विभाग की जेई श्रष्टि शुक्ला ने बताया कि करंट से मां-बेटे की मौत की सूचना मिली है। करंट ट्यूबवेल की मोटर से फैलाए ट्रांसफार्मर से या फिर खेत की बाड़ में कोई बिजली का तार छूने से फैला, यह जांच के बाद ही पता चल सकेगा। घटना के समय ट्यूबवेल ऑपरेटर के ड्यूटी पर मौजूद न होने पर जेई ने बताया कि उससे स्पष्टीकरण लिया जाएगा।
बांगरमऊ सीओ अरविंद चैरसिया ने बताया कि पुलिस दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घायल शिवरानी का जिला अस्पताल में उपचार जारी है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि खेत की मेड़ में अनियमित ढंग से लगाए गए तार में विद्युत करंट प्रवाहित हो गया था। मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
नलकूप से उतरा करंट, धान की पौध रोपाई के कर रहे मां-बेटे की मौत
