समृद्धि न्यूज। हमास के हमले के बाद इजराइल ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू के आदेश पर गाजा में जोरदार सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी है। जिसके बाद पश्चिम एशिया में एक बार फिर तनाव भडक़ गया है। इतना ही नहीं ट्रंप की मध्यस्थता में हुआ युद्धविराम समझौता संकट में पड़ गया है। इस बीच अमेरिका ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है ताकि हालात फिर पूर्ण युद्ध में न बदलें।
अमेरिका की मध्यस्थता में हुए युद्धविराम समझौते का हमास की तरफ से उल्लंघन करने के बाद इजराइल ने गाजा पर फिर हमला कर दिया, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई। आईडीएफ ने कहा कि यह हमला प्रधानमंत्री नेतन्याहू के इजराइली सेना को गाजा पट्टी में तुरंत हमले करने के निर्देश के बाद हुआ है। इजराइल ने गाजा में हमले करने के अपने फैसले के बारे में अमेरिका को सूचित कर दिया था, एक सैन्य अधिकारी ने कहा कि हमास के लड़ाकों ने पहले इजराइली बलों पर हमला किया। वहीं राफा क्षेत्र में तैनात सैनिकों पर रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) और स्नाइपर फायरिंग की गई। हमले के बाद, इजराइली रक्षा मंत्री काट्ज़ ने चेतावनी दी कि इजऱाइली रक्षा बलों आईडीएफ के कर्मियों को निशाना बनाने के लिए हमास को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी, काट्ज़ ने कहा कि इजऱाइल बड़ी ताकत से जवाब देगा।
इजऱाइल के इस फैसले को अमेरिका के कराए गए युद्धविराम समझौते के लिए एक बड़ी चुनौती माना जा रहा है। यह समझौता हाल ही में गाजा में मानवीय स्थिति को संभालने के लिए कराया गया था, ताकि दोनों पक्षों के बीच अस्थायी शांति कायम रह सके। सरकारी बयान में नेतन्याहू ने कहा कि मैंने इजऱाइली रक्षा बलो आईडीएफ को निर्देश दिया है कि गाजा में तुरंत और जोरदार जवाबी कार्रवाई करें। हम किसी भी हमले को अनदेखा नहीं करेंगे। आईडीएफ के अनुसार, हमास ने राफा में इजऱाइली सैनिकों पर एक एंटी टैंक मिसाइल दागी थी और गोलीबारी की थी। इजऱाइल ने इसे हमास की ओर से संघर्ष विराम का एक और उल्लंघन करार दिया था। इजऱाइल ने सहमा पर हाल ही में लौटे बंदी के अवशेषों की गलत पहचान करने का भी आरोप लगाया है, जो एक अपहृत व्यक्ति का था, जिसका शव दो साल पहले बरामद हुआ था, नेतन्याहू ने कहा कि वह हमास द्वारा पहले से बरामद बंदी के अवशेष लौटाने के बाद अगले कदमों पर फैसला कर रहे हैं।
नेतन्याहू का आदेश: इजराइल के हमलों से फिर दहला गाजा
