समृद्धि न्यूज। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को अंबाला वायुसैनिक अड्डे से राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरेंगी। बताते चले कि भारतीय सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर मुर्मू ने आठ अप्रैल, 2023 को असम के तेजपुर वायुसेना स्टेशन पर सुखोई-30 लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान राफेल लड़ाकू विमानों का उपयोग किया था। राष्ट्रपति सचिवालय के अनुसार, इस उड़ान के दौरान राष्ट्रपति वायुसेना के अधिकारियों से विमानों की तकनीकी क्षमताओं और प्रशिक्षण प्रक्रियाओं की जानकारी भी हासिल करेंगी। इस ऐतिहासिक अवसर पर रक्षा मंत्रालय और वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। पाकिस्तान के खिलाफ शुरू किए ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि में देश की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति की यह उड़ान सामरिक संकेत की दृष्टि से बेहद खास मानी जा रही। राष्ट्रपति का यह कदम भारतीय वायुसेना के प्रति सम्मान और देश की रक्षा क्षमताओं में उनके विश्वास का प्रतीक माना जा रहा है। वहीं इससे पहले राष्ट्रपति रहते हुए एपीजे अब्दुल कलाम ने आठ जून 2006 को और प्रतिभा पाटिल ने 25 नवंबर 2009 को पुणे के पास लोहेगांव स्थित वायुसेना स्टेशन पर सुखोई-30 एमकेआइ लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी।
