विभाग में फैले भ्रष्टाचार की सूचना मांगने पर दी जानमाल की धमकी
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। स्वास्थ्य विभाग में फैले भ्रष्टाचार के संदर्भ में विभाग के उच्चाधिकारियों से शिकायत करने व जन सूचना अधिकार के तहत सूचना मांगें जाने पर मुख्य चिकित्साधिकारी, एसीएमओ व उनके विभाग से संबंधित दो अन्य कर्मियों द्वारा जानमाल व झूठे मुकदमे में जेल में भेजने की धमकी देने के मामले में पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही न किये जाने पर पीडि़त पत्रकार ने न्यायालय की शरण ली।
संजीव उर्फ संजय चौहान पुत्र राधेलाल निवास नेकपुर चौरासी न्यू फौजी कालोनी बंधौआ कोतवाली फतेहगढ़ ने मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 अवनीन्द्र कुमार, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 सर्वेश कुमार, स्टेनो सत्यवीर सिंह, वरिष्ठ सहायक लिपिक हरिप्रकाश सिंह कार्यरत मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय फतेहगढ़ के विरुद्ध न्यायालय में याचिका दायर की।
जिसमें दर्शाया कि मैने अपने समाचार पत्र में मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में बिना सरकार की अनुमति से आउट सोर्सिंग की कम्पनी मै0 अवनी परिधि एण्ड कम्युनिकेशन प्राइवेट लि0 लखनऊ द्वारा ६ व्यक्ति राजेश पाल पुत्र सोवरन पाल की नियुक्ति २२ जुलाई २०२४, आशीष पुत्र फतेहचन्द्र, अभिषेक तिवारी पुत्र अजय तिवारी, अफजल खान पुत्र असद, सूरज दिवाकर पुत्र सुरेश बाबू, गौरव सिंह पुत्र जितेन्द्र सिंह की विभिन्न तिथियों पर नियुक्ति इन लोगों द्वारा की गई। से संबंधित समाचार प्रकाशित किया था। इसके अलावा डा0 राममनोहर लोहिया चिकित्सालय पुरुष से संबंधित भ्रष्टाचार कर सरकारी धन का दुरुपयोग व नेत्र परीक्षण की फर्जी भर्ती निरस्त की गई, लेकिन सीएमएस के स्टेनो सत्यवीर सिंह ने अपने फर्जी आदेश सीएचसी भेज दिया। ऐसे विभाग के कई मामले जो मेरे संज्ञान में आने पर मैंने जन सूचनाधिकार के तहत सूचना मांगी तो उपरोक्त सभी लोगों ने मुझे धमकी दी कि यदि अगर तूने शिकायत करना बंद नहीं किया तो तुझे षड्यंत्र के तहत फर्जी मुकदमा लिखवाकर जेल भिजवाने व हत्या करवाने की भी धमकी दी। शिकायतकर्ता ने पुलिस से भी शिकायत की, कार्यवाही न होने पर न्यायालय की शरण ली।
सीएमओ सहित चार के विरुद्ध न्यायालय में याचिका दायर
