दिल्ली व आस-पास के कुछ इलाकों में झमाझम बारिश हुई, जबकि कुछ इलाकों में बादल छाए रहे और ठंडी हवाएं चलीं। वहीं, बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव कुछ राज्यों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। इनमें गुजरात और महाराष्ट्र शामिल हैं। मुंबई में जहां तेज बारिश से कई सड़कें डूबीं रहीं, वहीं गुजरात के कच्छ जिले के नखत्राणा तालुका में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। यहां सड़कों पर नदियों जैसे तेज बहाव से लोगों का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। इसी के साथ यूपी, उत्तराखंड सहित 11 राज्यों में बुधवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।हिमाचल प्रदेश में मौसम के ऑरेंज अलर्ट के बीच सोमवार रात को कांगड़ा, धर्मशाला, पालमपुर और धौलाकुआं में भारी बारिश हुई। मंगलवार को ज्यादातर क्षेत्रों में हल्के बादल छाए रहे। राजधानी शिमला और धर्मशाला में बूंदाबांदी हुई। मैदानी जिलों में बारिश नहीं होने से मौसम में उमस बढ़ गई है। ऊना में अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। 29 जुलाई तक प्रदेश में मानसून सक्रिय रहने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग ने जिन राज्यों में बुधवार को बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है उनमें उत्तराखंड, यूपी, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश, ओडिशा व छत्तीसगढ़ शामिल हैं। इसके साथ ही हिमाचल, उत्तराखंड, यूपी और राजस्थान में 26 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
यूपी-उत्तराखंड समेत 11 राज्यों में बारिश का अलर्ट
