समृद्धि न्यूज़ अयोध्या। प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के निर्देश पर शुक्रवार को साकेत महाविद्यालय में ‘पढे महाविद्यालय,बढ़े महाविद्यालय’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में प्राध्यापकों,कर्मचारियों और छात्र छात्राओं ने एक साथ बैठकर एक घंटे तक अपनी मनपसंद पुस्तक का अध्ययन किया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली के प्रो. रामराज उपाध्याय थे।कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों का ध्यान मोबाइल फोन से हटाकर वापस पुस्तकों की ओर ले जाना तथा जीवन में पुस्तकों के महत्व को समझना था।संयोजक डॉ असीम त्रिपाठी ने कार्यक्रम के उद्देश्य को रेखांकित करते हुए उसकी रुपरेखा प्रस्तुत की।प्राचार्य प्रो. दानपति तिवारी ने पुस्तकों के महत्व को रेखांकित करते हुए आज के कार्यक्रम की उपयोगिता को बताया और कहा कि पुस्तके ही मानव की सबसे अच्छी मित्र हैं जो उसे सही रास्ता दिखाती हैं। मुख्य अतिथि प्रो उपाध्याय ने जीवन में पुस्तकों से लाभ के बारे में बताया।कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य प्रो तिवारी ने छात्रों एवं प्राध्यापकों को दहेज उन्मूलन और नशा मुक्त भारत बनाने की शपथ दिलाई।कार्यक्रम में मुख्य नियन्ता प्रो अशोक कुमार मिश्र और डॉ बी.के. सिंह,प्रो नर्वदेश्वर पांडेय,प्रो योगेंद्र प्रसाद त्रिपाठी, प्रो अनिल कुमार सिंह,प्रो अशोक कुमार राय,प्रो शिवकुमार तिवारी प्रो पवन कुमार सिंह,प्रो अभिषेक दत्त त्रिपाठी,प्रो आशुतोष त्रिपाठी प्रो अरविंद कुमार शर्मा,प्रो डी.एन सिंह,प्रो मनोज छापड़िया, प्रो प्रीति सिंह,प्रो सरोज,प्रो प्रतिभा सिंह,डॉ निधि मिश्रा,डॉ पूनम जोशी,डा जन्मेजय तिवारी, डॉ रामलाल विश्वकर्मा,डा अविनाश तिवारी,डा योगेंद्र कुमार सिंह,डॉ जगदीश प्रसाद वर्मा सहित महाविद्यालय की अनेकों प्राध्यापक प्राध्यापिकाएं आदि उपस्थित थे।यह जानकारी महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी प्रो आशुतोष त्रिपाठी ने दी।
साकेत में आयोजित हुआ पढ़ें महाविद्यालय बढ़ें महाविद्यालय कार्यक्रम
